" मशहूर संगीतकार अभिजित बंदोपाध्याय कि निधन हो गई "

कोलकाता, संजय साहा : उनके सुरों से हिट हुई थी अनगिनत बांगला गान। पीछले सोमवार सुबह महान और मशहूर संगीतकार अभिजित बंदोपाध्याय कि निधन हो गई। बहुत दिनों से ही वह बुढ़ापे वाली बीमारियों से पीड़ित थे। हाल ही में उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इस दिन सुबह अपने घर में ही हर्ट अटैक से 91साल कि उमर में अभिजित बंदोपाध्याय कि मौत हो गई। बांगला गान के गोल्डेन पीरियड में सलिल चौधरी करीबी अभिजित ने गणनाट्य संघ के साथ ही अपना संगीत जीवन शुरू किया था। पहले जीवन में सरकारी नौकरी करते हुए उन्होंने संगीत कि चर्चा चलाते गए। हैमन्ति शुक्ला कि आवाज में ' एखोनो सारेंगी ', आरती मुखर्जी कि आवाज में ' टुंग टांग पियानो ', आशा भोसले कि आवाज में ' ओ पाखी उड़े आय ', हेमन्त मुखर्जी कि आवाज में ' एमोन एकटा झड़ उठुक ', आदि जैसे मशहूर गाना अभिजित के ही श्रृष्टि है। बाद में श्रीकांत आचार्य, रूपंकर सहित बहुत सारे कलाकार इस प्रवीन संगीतकार के साथ काम किए है। अतिमारी के समय में भी उनके श्रृष्टि करने कि काम रुकी नहीं। अपने छात्रों को लेकर सुरों कि साधना चलाते गए। सोमवार शिल्पी के निधन से पश्चिमबंगाल कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शोक जताते हुए कही, " बांगला संगीत के लिए, अभिजित बंदोपाध्याय कि प्रयाण एक अपूरणीय क्षति है "। शोक जताएं रूपंकर, मनोमय भट्टाचार्य, सैकत मित्र, श्रीकान्त आचार्य सहित लगभग सभी कलाकार।