हिसार, राजेन्द्र अग्रवालः किसी भी संस्थान की प्रगति व उन्नति में वहां कार्यरत कर्मचारियों का बहुत अहम भूमिका होती है। इसलिए कर्मचारियों में कार्य कुशलता व संगठनात्मक कौशल के साथ संस्थान के संपूर्ण सेवा नियमों व आधुनिक तकनीकों का ज्ञान बहुत आवश्यक है जिसमें प्रशिक्षणों का महत्वपूर्ण रोल है। ये विचार चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज ने व्यक्त किए। वे विश्वविद्यालय के मानव संसधान प्रबंधन निदेशालय में विश्वविद्यालय के गैर शिक्षक कर्मचारियों की कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए आयोजित किए गए प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कर्मचारियों का ज्ञान व कौशल बढ़ाने में प्रशिक्षणों का महत्वपूर्ण रोल होता है। संस्थान को उच्च शिखर पर पहुंचाने में वहां कार्यरत कर्मचारी आधार स्तंभ का काम करते है। उन्होंने कहा आज के समय में प्रत्येक क्षेत्र में तीव्र गति से बदलाव हो रहा है। सभी पुराने पैमाने व मापदण्डों में तेजी से परिवर्तन हो रहा है। ऐसी स्थिति में स्वयं को अपडेट करना समय की पुकार बनती जा रही है। इससे हम समाज, देश एवं विश्व की आवश्यकताओं पर खरे उतर पाएंगे। उन्होंने कहा शिक्षण संस्थानों में गैर शिक्षक कर्मियों को ऐसा काम करना चाहिए ताकि उनकी साख तथा विश्वसनीयता बरकरार रहने के साथ उसमें वांछनीय सुधार भी हो सके।
प्रो. काम्बोज ने कहा कि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय पिछले कई सालों से देशभर में शीर्ष स्थान पर है। इसका पूरा श्रेय विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को जाता है जिनकी वजह से यह सम्भव पाया है। उन्होंने कहा शीर्ष पर पहुंचना आसान हो सकता है पर वहां टिके रहना बहुत मुश्किल होता है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि मेहनत, ईमानदारी व कर्तव्य निष्ठा से हम हर चुनौती का मुकाबला करने में सफल होंगे।
मानव संसाधन प्रबंधन निदेशक एवं ओएसडी डॉ. अतुल ढींगड़ा ने बताया कि निदेशालय की ओर से गैर शिक्षक कर्मचारियों की कार्यकुशलता बढ़ाने के उद्देश्य से पांच चरणों में प्रशिक्षण का आयोजन किया गया जिसमें करीब 200 कर्मचारी शामिल हुए। प्रतिभागियों की संख्या व कोरोना महामारी की हिदायतों को देखते हुए कार्यक्रम को पांच दिनों के लिए निर्धारित किया गया। इस दौरान उन्हे हरियाणा सामान्य सेवा नियम, विश्वविद्यालय के एक्ट एंड स्टेट्यू, इंनकम टैक्स नियम, अकाउंट कोड वोल्यूम 1 व 2, जैम व ई-टेंडरिंग, यात्रा भत्ता नियम, छुट्टी के लिए नियम, पीडब्ल्यू डी कोड आदि के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. सुरेंद्र कुमार मेहत्ता, निदेशालय की उपनिदेशक एवं पाठ्यक्रम संयोजिका डॉ. मंजू मेहता, सह संयोजक डॉ. जितेंद्र भाटिया व डॉ. अंजु सहरावत, डॉ.जयंती टोकस सहित प्रशिक्षण हासिल करने वाले गैर शिक्षक कर्मचारी मौजूद रहे।