हरियाणा सरकार द्वारा विकास शुल्क के नाम पर 5 प्रतिशत टैक्स लगाना जनता की जेबों में डाका डालना - बजरंग गर्ग

हिसार, राजेन्द्र अग्रवालः  हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कॉन्फैड़ के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने हरियाणा सरकार द्वारा 18 फरवरी 2022 से विकास शुल्क के नाम पर कलेक्टर रेट पर विकास के नाम पर 5 प्रतिशत शुल्क लगाने को अनुचित बताया है। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश की आम जनता पर बड़ा भारी नाजायज बोझ है और जनता की जेबों में डाका डालने के समान है।
प्रदेश के व्यापारी व आम जनता के प्रतिनिधियों से बातचीत करने के उपरांत बजरंग दास गर्ग ने कहा कि सरकार को जनहित में इस फैसले पर पुनर्विचार करके विकास शुल्क में भारी भरकम बढ़ोतरी को तुरंत वापिस लेना चाहिए। यदि सरकार ने यह फैसला वापिस नहीं लिया तो  प्रदेश का व्यापारी व आम नागरिक सरकार के गलत फैसले के विरोध में सड़कों पर उतर आएगा। उन्होंने कहा कि यह निर्णय नगर निगम, नगर परिषद, नगरपालिका के साथ-साथ सभी वैध कॉलोनी व लाल डोरा क्षेत्र में भी लागू किया गया है जबकि पहले कॉलोनी व अन्य क्षेत्र में विकास शुल्क 120 रुपए प्रति वर्ग गज के हिसाब लिया जाता था मगर सरकार ने लगभग 320 प्रतिशत विकास शुल्क बढ़ाकर जनता की कमर तोड़ने का काम किया है।
बजरंग गर्ग ने कहा कि विकास शुल्क में भारी भरकम बढ़ोतरी होने से गरीब, मध्यम व आम जरूरतमंद व्यक्तियों को रहने के लिए मकान बनाना बड़ा भारी महंगा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीति, बेतहाशा महंगाई व बेरोजगारी से हरियाणा की जनता पहले ही बेहद दुखी है। ऊपर से सरकार द्वारा नए-नए नियम बनाकर भारी भरकम टैक्सों में बढ़ोतरी करके जनता को बेवजह परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महंगाई से राहत देने के लिए जनता पर से टैक्सों का बोझ कम करना चाहिए ताकि आम नागरिक जो लगातार महंगाई की मार से पिस रहा है, उसे महंगाई से राहत मिल सके।