मत्स्य पालन में आय व रोजगार की अपार संभावनाएं: कृषि मंत्री जेपी दलाल

हिसार, राजेन्द्र अग्रवालः प्रदेश के कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि मत्स्य पालन में आय और रोजगार की अपार संभावनाएं हैं, इसलिए किसानों को मत्स्य पालन व्यवसाय को अपनाना चाहिए। मछली पालन व्यवसाय को देश में अग्रणी व्यवसाय बनाने के लिए सरकार द्वारा कारगर कदम उठाएं जाएंगे।
कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य मंत्री बुधवार को जलीय कृषि अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान में 10 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में 175 किसानों को मछली पालन के लिए प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरित किए गए। विभाग द्वारा एक पोर्टल शुरू किया जाएगा, जिसके तहत किसानों के सुझाव एवं समस्याएं दर्ज की जा सकेंगी। उन्होंने कहा कि मछली पालन व्यवसाय के प्रशिक्षण के लिए अनुभवी व प्रदेश के अग्रणी मत्स्य पालक किसानों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। राज्य सरकार प्रदेश के किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी करने के लिए वचनबद्ध है। किसानों की आर्थिक स्थित को सुदृढ़ करने के लिए कृषि क्षेत्र के साथ-साथ मत्स्य पालन एवं पशुपालन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए अनुदान का लाभ भी दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत जलीय कृषि करने वाले किसानों को 60 प्रतिशत तक अनुदान, बैंक ऋण, बीमा के अतिरिक्त अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं। इससे मछली पालन व्यवसाय से जुड़े किसानों की आय में वृद्धि होने के साथ-साथ उनके जीवन स्तर में भी सुधार आएगा। इस योजना के तहत जिला स्तर पर विभाग द्वारा मत्स्य पालक किसानों को नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि परंपरागत खेती में लागत बढ़ रही है, इसलिए किसानों को फसल विविधीकरण पर ध्यान देना चाहिए। बागवानी, फल-फुल, सब्जियां, मुर्गी पालन, सुअर पालन, मधुमक्खी पालन आदि व्यवसाय को अपनाना चाहिए। सरकार द्वारा इन व्यवसाय को अपनाने वाले किसानों को अनुदान भी दिया जा रहा है।
राज्य सरकार द्वारा किसानों के कल्याणार्थ विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों को प्रभावशाली ढंग से लागू किया गया है। किसानों के उत्पादों को केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित किए गए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने एवं विभिन्न योजनाओं का लाभ प्रदान करने के लिए मेरी फसल-मेरी ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण किया जा रहा है। किसानों के उत्पादों को निकटस्थ स्थानों पर खरीदने के लिए अनाज मंडियों के अतिरिक्त खरीद केंद्र स्थापित करवाएं जा रहे हैं। फसलों की खरीद करने के उपरांत शीघ्र ही उनका भुगतान किया जा रहा है। विभिन्न प्रकार की आपदाओं से फसलें प्रभावित होने पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत आर्थिक सहायता मुहैया करवाई जा रही है। कृृषि क्षेत्र से संबंधित विभिन्न प्रकार के उपकरण भी किसानों को अनुदान पर मुहैया करवाए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त किसान क्रेडिट कार्ड योजना, पशुधन बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, भावांतर भरपाई योजना जैसी अनेक योजनाओं का लाभ किसानों को दिया जा रहा है।
मत्स्य पालन विभाग के निदेशक धर्मेंद्र बुधवार ने कृषि मंत्री का स्वागत करते हुए विभाग द्वारा मत्स्य विभाग द्वारा किसानों के कल्याणार्थ चलाई जा रही योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी दी। जलीय कृषि अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य एवं संयुक्त निदेशक श्रीपाल राठी ने 10 दिनों के दौरान किसानों को दिए प्रशिक्षण की भी जानकारी दी। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सिरसा के किसान गुरदीप सिंह व जींद की पूनम ने अपने विचार सांझे किए।
इस अवसर पर, संयुक्त निदेशक श्रीपाल राठी व पवन कुमार, जिला मत्स्य पालन अधिकारी भीम सिंह बेनीवाल, मत्स्य अनुसंधान अधिकारी अनिल कुमार, सिरसा के डीएफओ जगदीश चंद्र सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।