कोलकाता, संजय साहा: एक तलाव के पास झाड़ी से, हाथ पैर बंधा हुआ हालत में एक लापता युवक की लाश उद्धार होने पर इलाके में हलचल मच गई। मंगलवार सुबह, सरशुना थाना क्षेत्र की बागपोता रोड इलाका में एक मैदान के पास यह घटना घटी। पुलिस ने बताया कि मृत के नाम जयदेव शील(31)। पिछले इतवार से वह लापता थे। इस घटना में कुल चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया पुलिस ने। पुलिस ने बताया कि ध्रीतो के नाम झूमा बिस्वास, उत्तम बिस्वास, देवलीना बिस्वास और कार्तिक दास। पुलिस आधिकारिक ने कहा कि ध्रीतों के खिलाफ जान बूझ कर बॉडी उसी तरह रखकर संक्रमण फैलाने कि आरोप लगाया जाएगा। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पेशे से रंग मिस्त्री जयदेव सरशुना थाना क्षेत्र की खुदीरामपल्ली के मानसातला कि निवासी थे। उसके पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, इतवार रात को एक फोन कॉल आने पर वह घर से निकले थे। उसके बाद से ही वह लापता थे। बादवाले दिन सुबह, उसके परिवारवालों ने उसकी मोबाईल पर कॉल करने पर, घर कि शौचालय के पीछे एक झाड़ी में उसकी फोन बजने लगे। वह फोन वहां कैसे आया, अभी तक इसकी उत्तर नहीं मिली। उसके बाद मंगलवार बागपोता रोड की उस जगह पर उसके बॉडी पड़ी हुई मिली स्थानीय लोगों को। खबर मिलने पर सरशूना थाना की पुलिस वहां पहुंचकर, उसे विद्यासागर स्टेट जेनरल अस्पताल में ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जयदेव कि बॉडी में एक से अधिक आघात की चिन्ह देखकर पुलिस कि अनुमान था कि उसे हत्या किया गया। लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि उसकी मौत पेंक्रियाटाईटीस के कारण हुई है। लेकिन परिवारवालों कि आरोप के बिना पर पहले झूमा और उसकी परिवार के दो सदस्य को गिरफ्तार किया पुलिस ने। पूछताछ से वे लोग काबुल किए कि, घर से निकलने के बाद जयदेव ने झूमा के घर जाकर उनलोगो के साथ शराब पिया और वहीं उसकी मौत हो गई। आरोपियों ने उसके बाद सोमवार पूरे दिन बॉडी घर पर ही छुपाकर रखा। रात को रिक्शा में ले जाकर लाश को तलाव के पास झाड़ी में फेंक दिया। रिक्शा में ले जाने के लिए जयदेव के हाथ और पैरों को बांधा गया था। उसी दिन तीन को और बाद में रिक्शा चालक कार्तिक को भी गिरफ्तार कर लिया पुलिस ने।