नोहर विधायक अमित चाचाण ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा और 28 गांव को सिंचाई देने तथा पल्लू उप तहसील को तहसील मे बदलने को लेकर अनेकों चर्चा हुई

हनुमानगढ़/जयपुर, सरजीत : नोहर 23 फरवरी को पेश होने वाले राजस्थान के बजट को लेकर विधायक अमित चाचाण ने  मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। इस मौके पर पूर्व पालिका अध्यक्ष राजेंद्र चाचाण भी मौजूद रहे। इस मौके पर विधायक अमित चाचाण ने नोहर  विधानसभा क्षेत्र को लेकर मांगे रखी हैं।  विधायक अमित चाचाण ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलकर 17 सूत्रीय मांगपत्र सौंपा है. अमित चाचाण ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इन मांगों को बजट में शामिल करने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री को सौंपे गए मांग पत्र में नोहर-भादरा के 28 गांवों को सिंचाई सुविधा से जोड़ने, पल्लू उप तहसील को तहसील में क्रमोन्नत करने, पल्लू तहसील रावतसर विधानसभा क्षेत्र नोहर में राजकीय महाविद्यालय खोलने की मांग की मांग की। इसके अलावा  विधायक ने राजकीय सी.एच.सी. नोहर को उप जिला चिकित्सालय का दर्जा देने,औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान ( I.T.I) नोहर में खुलवाने, नोहर में कृषि कॉलेज स्वीकृत करने, 132 KV व 33 KV के सब स्टेशन के लिए नोहर विधानसभा क्षेत्र के प्रस्तावों को स्वीकृति देने, नोहर में सावित्रीबाई फुले कन्या छात्रावास स्वीकृत करने, सुई ब्रांच का निर्माण पूरा करने, नोहर में रोडवेज डिप्पों स्वीकृत करने, नोहर से हरियाणा बॉर्डर वाया रामसरा, फेफाना, जनानिया सड़क की चोड़ाईकरण नवीनीकरण करवाने की मांग की है। इसके अलावा नोहर से हरियाणा बॉर्डर वाया ढ़ाणी लालखां, श्योदानपुरा सड़क की चोड़ाईकरण व नवीनीकरण करवाने, धानसिया व मेघान पी.एच.सी को सी. एच. सी में क्रमोन्नत करने, नोहर के चारों तरफ रिंग रोड़ बनाने, पल्लू व  प्राचीन जोहड़ को को पर्यटन स्थल घोषित करने, राजकीय चिकित्सालय नोहर में ब्लड बैंक की स्थापना करने और ग्राम सोनड़ी तहसील नोहर में महात्मा गांधी स्मृती नगर उधान स्वीकृत करने ये मांग की है. मुख्यमंत्री इन मांगों पर भी विचार करने का भरोसा दिया है।

सरकारी स्पिनिंग मिल को पुन शुरू करने की मांग
इसके अलावा विधायक अमित चाचाण ने बजट सत्र में हनुमानगढ स्थित सहकारी स्पिनिंग मिल को पुन: शुरू करने की मांग की है। विधायक ने मुख्यमंत्री को  बताया कि हनुमानगढ की सहकारी स्पिनिंग मिल एक बड़ा उपक्रम रहा है। यह मिल हमेंशा लाभ में रही। इसका धागा पूरे एशिया में मशहूर रहा। हजारों श्रमिक व कर्मचारियों के रोजगार का साधन रही। कॉटन पैदा करने चाले काश्तकारों के लिए यह मिल लाभदायक रही। मिल के चलने से क्षेत्र के व्यापार में बड़ी राहत मिलेगी। इसे भी अन्य स्थानों पर लगी सहकारी मिलों की तरह चलाकर राहत दी जाए।
फोटो कैप्शन मुख्यमंत्री से मिलते हुए।