संत गुरू रविदास की वाणी और शिक्षाएं हैं आज भी प्रासंगिक : श्रम एवं रोजगार मंत्री

हिसार, राजेन्द्र अग्रवालः  श्रम एवं रोजगार मंत्री अनूप धानक ने कहा कि संत-महात्माओं, ऋषि मुनियों, पीर-पैगंबरों ने सदैव मानवता की भलाई के लिए काम किए हैंं। इन महापुरुषों में संत शिरोमणि गुरु रविदास ने मानवता के कल्याण के लिए जो अलख जगाया था, उसे सदैव याद रखा जाएगा।
श्रम एवं रोजगार मंत्री बुधवार को स्थानीय संत कबीर छात्रावास में संत शिरोमणि गुरु रविदास की 645वीं जयंती पर आयोजित किए गए कार्यक्रम को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा महर्षि वाल्मीकि, संत कबीर दास, डॉ भीमराव अंबेडकर तथा संत गुरू रविदास जैसे महापुरुषों की जयंतियां प्रत्येक वर्ष सरकारी तौर पर मनाई जा रही हैं। संत-महात्माओं एवं महापुरुषों की जयंतियों को समरसता दिवस के रूप में मनाने से समाज के लोगों में आपसी प्यार, प्रेम और भाईचारे की भावना प्रबल होती है। संत रविदास किसी जाति या संप्रदाय विशेष के गुरू न होकर पूरी मानवता के पथ-प्रदर्शक भी थे। उनकी वाणी और शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं।
उन्होंने कहा कि संत रविदास जात-पात के घोर विरोधी थे। उनका मानना था कि मनुष्य जन्म से छोटा या बड़ा नहीं होता, बल्कि अपने कर्मों से छोटा या बड़ा होता है। श्रम एवं रोजगार मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने गरीब एवं जरूरतमंद लोगों की भलाई के लिए विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों को प्रभावशाली ढंग से लागू किया है। इन योजनाओं में मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना, अंतरजातीय विवाह शगुन योजना, वृद्धावस्था सम्मान भत्ता योजना, विधवाओं एवं निराश्रित महिलाओं, दिव्यांगों तथा निराश्रित बच्चों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जा रही है।
अनुसूचित जातियां एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की कार्यक्रम अधिकारी सीमा रानी ने श्रम एवं रोजगार मंत्री का स्वागत करते हुए विभाग द्वारा जनहित के कल्याणार्थ क्रियान्वित की जा रही योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर एसडीएम अश्वीर नैन, नायब तहसीलदार ललित कुमार, संत कबीर छात्रावास शिक्षा समिति के प्रधान रोशन लाल, संरक्षक जोगीराम खुंडिया, कैप्टन तुलाराम, रत्न कुमार बडगुज्जर, पृथ्वी सिंह मोरवाल, बलवान सिंह कटारिया, अतर सिंह सुरलिया, वेद प्रकाश, सुंदर सिंह नागर, राजबीर खटक, महेंद्र सिवान, डॉ उम्मेद खन्ना, राजेश कुमार, सुरजभान खनगवाल, अमीर सिंह, मास्टर अनिल कुमार सहित अनेक गणमान्य नागरिक एवं विभिन्न विभागाों के अधिकारी भी उपस्थित थे।