हिसार, राजेन्द्र अग्रवालः किसान सभा द्वारा 9 महीनों से चला आ रहा लंबे किसान आंदोलन का समापन हो गया। सरकार ने खरीफ 2021 की खराब फसलों के 561 करोड रुपए मुआवजा घोषित किया है जिसमें से हिसार के किसानों को लगभग 173 करोड रुपए मिलेंगे। इस घोषणा के बाद अखिल भारतीय किसान सभा के कार्यकर्ता उपायुक्त कार्यालय पर इकट्ठे हुए। एसडीएम अशवीर नैन ने धरना स्थल पर पहुंचकर किसानों को मुआवजा मिलने के बारे में सूचित किया और धरना समाप्त करने के अपील की । इसके बाद किसान सभा के जिला सचिव सतवीर सिंह घायल ने उपस्थित कार्यकर्ताओं व पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि एक लंबे संघर्ष के बाद जीत हासिल हुई है । इस जीत में जिला भर के किसान साथियों व अखिल भारतीय किसान सभा के कार्यकर्ताओं का पूर्ण सहयोग रहा है । अब 18 फरवरी को अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जाएगा । जिला प्रधान शमशेर सिंह नंबरदार ने कहा कि खरीफ 2020 के मुआवजे पर लगातार तीसरी बार भी एफसीआर ने ऑब्जेक्शन लगाया हुआ है जो कि सरासर गलत है । इसके अलावा सेम, जलभराव के कारण बर्बाद हुई फसलों और जलभराव के कारण बिजाई न होने के कारण खाली पड़ी जमीनों पर विशेष गिरदावरी होना अभी बाकी है । 2021 के घोषित मुआवजा में भी अभी एक बड़ा रकबा शामिल नही किया गया हे।
प्रदेश सरकार ने सेमग्रस्त इलाके की स्थाई समाधान के लिए 15 फरवरी तक पंजीकरण करवाने के लिए कहा है। इस समय को बढाया जाए इसलिए 2021 के मुआवजे की धोषणा के बाद धरना तो स्थगित किया जा रहा है । परन्तु 18 फरवरी को अन्य मांगो को लेकर कमीश्नर कार्यालय के बाहर विशाल प्रदर्शन किया जाएगा ।इस अवसर पर प्रेस प्रवक्ता सुबेसिंह बूरा , जिला कोषाध्यक्ष हनुमान जौहर , वरिष्ठ सलाहकार राजकुमार ठोलेदार, दयानंद ढुकिया , रमेश मिरकां, बारूराम मुकलान, होशियार सिंह सांवत आदि किसानों सहित विभिन्न संस्थाओ के प्रतिनिधि उपस्थित थे ।