अग्रोहा को रेलवे लाईन से जोड़ने के लिए बजट पास करने से देश के वैश्य समाज व आम जनता में खुशी की लहर है - बजरंग गर्ग

 हिसार (हरियाणा), राजेन्द्र अग्रवालः अग्रोहा विकास ट्रस्ट अग्रोहा धाम के प्रतिनिधियों की एक आवश्यक बैठक व मंदिर में पूजा-पाठ का कार्यक्रम अग्रोहा धाम राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में हुआ। इस बैठक में रेल बजट में अग्रोहा को रेलवे लाईन से जोड़ने के लिए बजट पास करने पर खुशी जाहिर की। अग्रोहा धाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने मंदिर में पूजा-अर्चना करने के उपरांत कहा की राज्यसभा सांसद डॉक्टर सुभाष चंद्रा के अर्थ प्रयासों से अग्रोहा को रेलवे लाईन से जोड़ने के लिए कार्य रूप केंद्र सरकार ने दिया। श्री गर्ग ने कहा कि काफी सालों से अग्रोहा धाम की अग्रोहा को रेलवे लाईन से जोड़ने की मांग थी। अग्रोहा धाम के वार्षिक मेले में पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव व सुरेश प्रभु व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आए थे तो जब सभी नेताओं ने अग्रोहा को रेलवे लाईन से जोड़ने की घोषणा की थी मगर काफी लंबे समय इंतजार करने के बाद केंद्रीय रेल बजट में अग्रोहा- फतेहबाद व सिरसा में नई रेलवे लाईन चालू करने के लिए केंद्र सरकार ने 400 करोड रुपए का बजट पास करने से देश के वैश्य समाज व आम नागरिकों में भारी खुशी है। बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार को तुरंत प्रभाव से अग्रोहा को रेलवे लाईन से जोड़ने का काम शुरू करना चाहिए जबकि अग्रोहा को रेलवे लाईन से जोड़ने के लिए इसकी कई बार सर्वे हो चुकी है। अग्रोहा में रेलवे लाईन ना होने से देश के लोगों को बड़ी भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है जबकि हर रोज अग्रोहा धाम में दर्शन करने के लिए हजारों भक्त व मेडिकल कॉलेज में हजारों लोग दूर-दूर से ईलाज कराने आते हैं। बड़े अफसोस से कहना पड़ रहा है कि अग्रोहा आने-जाने के लिए सरकार की तरफ से रेलवे लाईन तक की व्यवस्था ना होने से देश के वैश्य समाज व आम जनता में बड़ी भारी नाराजगी थी। श्री गर्ग ने कहा कि अग्रोहा को रेलवे लाईन से जोड़ने से देश की आम जनता मेडिकल कॉलेज में आकर अपना ईलाज कराने के साथ-साथ देश के हर नागरिकों को अग्रोहा धाम में दर्शन करने आने के लिए काफी राहत मिलेगी। जबकि अग्रोहा धाम देश का पांचवा धाम है जहां पर देश-प्रदेश व विदेशों से लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। इस अवसर पर राष्ट्रीय महासचिव महासचिव चूडि़या राम गोयल टोहाना, ऋषि गर्ग, अशोक गुप्ता, निरंजन गोयल, ब्रहमानंद गोयल भट्टू, महेश अग्रवाल मथुरा, पवन सिंगला आगरा, हर पतराय टाटिया राजस्थान, सुरेश गुप्ता पंजाब, विष्णु गोयल मध्य प्रदेश, सचिन अग्रवाल मुंबई, गौरव गोयल दिल्ली आदि प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे।