सिटी- मुंबई/ राज्य -महाराष्ट्र, नजीर मुलाणी: मनपा के अधिकारी वसई- विरार महानगरपालिका अंतर्गत "आय विभाग" वसई के अधिकारीं नागरिक अधिकारो से खिलवाड कर रहे है, अधिकारी जनता को सिधे सिधे दिखा रहे है ठेंगा.महानगरपालिका "आय विभाग" वसई के सहआयुक्त ने वसई (प) पारनाका स्थित बैठने के लिये बनाये गये बाकडे को उठाया. वसई- पारनाका चौक, अनेक वर्षो से उपयोग में था, एक षडयंत्र के तहत किया जा रहा है ?पारनाका पे लोग हमेशा आते जाते है पोलीस चौकी वहा पर है दो मिनीट की दूरी पर महानगरपालिका आय विभाग कार्यालय और सरकारी हॉस्पिटल है पारनाका पेे बुजुर्ग लोग वहा के बाकडे पर बैठे थे वहॉ बाकडा महानगरपालिका उठाकर लोगो के साथ खिलवाड कर रही है मै खुद सोमवार को प्र.सहआयुक्त प्रदीप आवडेकर इन से बातचीत महानगर पालिका कार्यालय में जाकर की, उन्होंने कहॉ किसी की कंप्लेट आई हुई है वहॉ पर गर्दुले चरसुले बैठते है इस तरह से बताया गया और कारवाई की यह कारवाई पोलीस प्रशासन की है लेकिन सहआयुक्त इन्होंने आपणे पद का किस तरफ से वापर किया? बाकडा उठाने का काम किया और ऐसे महानगरपालिके मे कंम्प्लेट आती है किसी की तो उसको कचरे के डब्बे मे डाले जैसे आखो से देख कर अनदेखा करना कानो से सुनकर ना सुनना जैसा करना ऐसे बहुत मामले नजर आए है लेकिन बुजुर्ग लोकों को बैठने के बाकडे उठाकर आपणा नाम ऊंचा करने की बजाय किसी के कहँ ने पे चलने वाला अधिकारी आय विभाग मे सहआयुक्त का अधिकार क्या है खुद को पता नही इस तरह से अधिकारी हरकते लोगो के साथ करते हुए नजर आ रहा है वसई विरार महानगरपालिका आयुक्त ने तहकीकात कर कर लोगो के लिए सही काम करे लोगो के साथ खिलवाड ना करे लोगो के भावना के साथ ना खेले अपने अधिकार का पालन करें जहॉ भिड होती है वह है चहा की टपरी ?चहा की टपरी को कार्यवाही नही की जाती क्यु क्यु चाय की टपरी से अधिकारी का कोई लेना देना है क्या इस तरह से जनते मे चर्चे का माहोल चाय की टपरी के वजेसे वहां चरसुले गर्दुले आते है कंप्लेट देने वाले का कहना है महानगरपालिका इन्हों ने चाय टपरी को जप्त करना चाहिए तब वहा का माहोल अच्छी तरह से बनेगा लोगो को न्याय मिलेगा?