राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने अपना सारा जीवन देश की आजादी व भलाई में लगा दिया - बजरंग गर्ग


    हिसार (हरियाणा), राजेन्द्र अग्रवालः   अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी व प्रदेशाध्यक्ष बहन कुमारी शैलजा जी के निर्देशानुसार कांग्रेस भवन में बलिदान दिवस पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। जिसमें भारी संख्या में कांग्रेस के प्रतिनिधियों ने गांधी जी को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता व जिला कन्वीनर बजरंग गर्ग ने उपस्थित प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता बापू महात्मा गांधी जी के त्याग व बलिदान को देश हमेशा याद रखेगा। बापूजी ने एक लंगोटी व एक सोटी से भारत देश को आजाद कराने का काम किया। 1948 में नाथूराम गोडसे द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को गोली मारकर हत्या की थी उन दिनों की गूंज इतिहास के पन्नों में आज भी सुनाई देती है। गांधी जी के मुख से आखरी समय में हे राम शब्द था काफी लोग उस वक्त जान नहीं पाए कि हुआ क्या है जब लोगों ने देखा बापू जी खून से लथपथ जमीन पर पड़े है तो मानो आंसुओं की बाढ़ आ गई थी। बजरंग गर्ग ने कहा कि बापूजी ने अपना सारा जीवन देश की आजादी व भलाई के लिए लगा दिया। विश्व के इतिहास में ऐसे महान व्यक्ति कम ही होते हैं। गांधी जी ने मानवता पर अपनी अलग छाप छोड़ी है। गांधी जी का जीवन बड़ा ही सरल, सादा परंतु काफी कठोर नियमों से बंधा हुआ था। ब्रिटिश सत्ता के मुकाबले के लिए नैतिक शक्ति के रूप में अहिंसात्मक तरीके से इस्तेमाल की बात कही। गांधी जी सत्य और अहिंसा के पुजारी थे। हरियाणा लीगल डिपार्टमेंट के चेयरमैन लाल बहादुर खोवाल ने कहा कि गांधी जी के बलिदान को देश का हर नागरिक याद रखेगा। 1948 में नाथूराम गोडसे द्वारा गांधीजी के तीन गोली मारकर हत्या करने के बाद भी गांधी जी की आंखें आधी खुली हुई थी ऐसा लग रहा था कि गांधीजी के शरीर में जान बची हुई है। कुछ देर पहले सरदार पटेल जी गांधी जी के पास से उठ कर गए थे वह तुरंत वापिस आए। डॉ भार्गव व डॉ जीवराज मेहता आए और उन्होंने बापू जी की मृत्यु की पुष्टि की। गांधी जी का जीवन उस इंसान जैसा साबित हुआ जो पेड़ को लगाता है मगर उसकी इच्छाओं और फल की उपेक्षा नहीं करता। इस अवसर पर एचपीएससी के पूर्व सदस्य जगन्नाथ, हरियाणा लीगल डिपार्टमेंट के चेयरमैन लाल बहादुर खोवाल, हिसार  विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी रामनिवास राड़ा, बरवाला विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी भूपेंद्र गंगवा, उकलाना के पूर्व प्रत्याशी बाला देवी, पूर्व जेडएमईओ शैलेश  वर्मा, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरि कृष्ण प्रभु वाला, किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव दिलबाग सिंह हुड्डा, कुलबीर सोहिल, सज्जन सिंह नरवाना, पार्षद प्रतिनिधि सुशील शर्मा, अमर गुप्ता, राधा कृष्ण नारंग, एडवोकेट रामस्वरूप शर्मा, जे पी ज्याणी, राजेंद्र बंसल, निरंजन गोयल, ललित बंसल, भूपेंद्र पनिहार, विक्टर डेबिड, राम मेहर घिराय, हरि सिंह, रतन सिंह, जिले सिंह, सुनील कुमार, हरिकिशन शर्मा, भीम सिंह महेशवाल, धर्मपाल, विनोद कुमार बरवाला, रोहताश खेदड़, सुभाष देवीगढ़ पुनिया, राजेश गिल, संदीप कुमार, मनजीत कुमार, धीरू खटाणा, लोकेश जांगड़ा, अजय भंवर, कृष्ण कुमार, जितेंद्र सैनी, सत्यवान पुनिया, साधु राम, लोकेश जांगड़ा, साहिल वर्मा, अनिल बिश्नोई, कुलदीप बुरक, गुरमीत, उमेद सिंह, सतीश भाटिया, रामपाल शिल्ले, मनोज कुमार आदि कांग्रेस प्रतिनिधि भारी संख्या में मौजूद थे।