भरतपुर, महेंद्र सिंह यूं तो दहेज लेना और देना कानून अपराध है, लेकिन भरतपुर जिले के उच्चैन में रविवार को एक बर्खास्त थानेदार ने बेटी को दहेज में एक करोड़ 15 लाख रुपये नकद दिए. इतना ही नहीं 1 लाख रुपए से अधिक का कन्यादान भी सुसराल वालों को दिया. इससे सुसराल वाले बाराती इतने गदगद हो गए कि सबके सामने इस राशि की घोषणा कर दी. उसी समय किसी ने इसकी वीडियो बना ली और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. एक परात में 500-500 के नोटों की गड्डियां दिखा एक व्यक्ति ने इसकी घोषणा की, जिसमें वह क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों का नाम ले रहा है जो उस शादी में वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिए पहुंचे थे. यह शादी जिलेभर में इसलिए भी चर्चित है क्योंकि सरकारी रोक कि बावजूद इसमें 800 लोगों के शामिल होने का दावा किया जा रहा है. इधर वायरल वीडियो के बाद अब कलेक्टर आलोक रंजन ने एसडीएम उच्चैन से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है और कहा है कि कोरोना प्रोटोकाल का अगर ऊलंघन हुआ है तो कार्यवाही होगी. मामले में क्षेत्रीय विधायक जोगिंदर सिंह अवाना (Joginder Singh Awana) का कहना है कि वह वर-वधु को आशीर्वाद देने गए थे उस वक्त 100 से कम लोग ही शामिल थे, जहां तक सवाल दहेज राशि का है तो ना उन्होंने राशि गिनी, ना देखी, गुर्जर समाज में शादी विवाह समारोह में हंसी मजाक और ठिठोली होती है जो समाज के लोग कर रहे थे. मेरी विधानसभा के हर मतदाता के सुख-दुःख में शामिल रहता हूं. दरअसल उच्चैन कस्बे के रहने वाले बर्खास्त थानेदार अर्जुन सिंह (Sacked SHO Arjun Singh) की बेटी दिव्या कुमारी की करौली के केमरी से बारात आई थी. इस शादी में ही वर पक्ष के लोगों द्वारा वधु पक्ष की तरफ से दी गई राशि को सहयोग राशि बताते हुए एक करोड़ 15 लाख कैश की घोषणा की गई. उल्लेखनीय है कि बर्खास्त थानेदार अर्जुन सिंह को कामां की धिलावटी चौकी से पहले नवम्बर में वर्ष 2019 में दो लाख की रिश्वत के मामले में पहले सस्पेंड किया गया और बाद में जनवरी 2020 में बर्खास्त किया गया. अर्जुन सिंह के पास खुद के नाम पर उच्चैन कस्बे में दो मकान और तीन बीघा जमीन है, लेकिन जितनी दहेज राशि उसने बेटी को शादी में दी है उससे पता चलता है कि उसने कितनी अकूत सम्पत्ति जमा की है. एसपी देवेन्द्र विश्नोई ने कहा है कि बर्खास्त थानेदार पर क्या कार्यवाही हो सकती है उसका कानून परीक्षण करवा रहे हैं।