हिसार, राजेन्द्र अग्रवालः आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता एवं पूर्व जिला पार्षद प्रतिनिधि मनोज राठी ने कोरोना नियमों की पालना न करने वाले सत्तापक्ष के मंत्रियों व विधायकों को बर्खास्त करके उनकी मान्यता रद्द करने की मांग की है। उनका कहना है कि कोरोना नियमों की पालना के नाम पर आम जनता को परेशान किया जा रहा है, बाजार बंद करवाए जा रहे हैं, रेहडिय़ां हटवाई जा रही है लेकिन सत्तापक्ष के मंत्रियों व विधायकों के लिए ये कानून कुछ भी नहीं है और वे बिना मास्क व कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद सार्वजनिक कार्यक्रम कर रहे हैं।
अपनी मांग के समर्थन में मनोज राठी लघु सचिवालय के समक्ष भैंस लेकर पहुंचे और सरकार पर जिसकी लाठी उसकी कहावत चरितार्थ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार यह कहावत दोहरा रही है और वे भैंस व लाठी लेकर पहुंच गए हैं। यहां पर उन्होंने तहसीलदार को महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने मांग की है कि हरियाणा सरकार के जो-जो विधायक व मंत्री कोरोना नियमों की पालना नहीं कर रहे हैं, उन्हें बर्खास्त किया जाए ताकि जनता की कानून के प्रति आस्था बनी रहे और ऐसे नेता भी कोरोना नियमों की पालना करें ताकि बीमारी ज्यादा फैले। उन्होंने कहा कि हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला आए दिन कहीं न कहीं रैली करते रहते हैं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी हर रोज कहीं न कहीं पार्टी के कार्यक्रम करते रहते हैं और इन कार्यक्रमों में सोशल डिस्टेंस, मास्क व अन्य कोरोना नियमों की पालना कतई नहीं की जाती। उन्होंने कहा कि जहां आम जनता बिना मास्क व बिना वैक्सीन सरकारी कार्यालयों में एंट्री नहीं कर सकती वहीं हरियाणा सरकार के मंत्री बिना मास्क उन्हीं सरकारी कार्यालयों में छापे मार रहे हैं, जो अपनी ही सरकार के नियमों को ठेंगा है। कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले ऐसे मंत्रियों व विधायकों की फोटो आए दिन अखबारों की सुर्खियां बन रही है।
मनोज राठी ने राज्यपाल को भेजे ज्ञापन में कहा है कि स्थानीय निकाय मंत्री डा. कमल गुप्ता ने स्वयं कई बार कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाई है। इसी तरह कुछ दिन पहले हांसी में आयोजित कार्यक्रम में डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा, हांसी के विधायक विनोद भ्याणा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ व कई नेताओं ने कोरोना नियम तोड़े। हांसी के विधायक ने तो कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद कार्यक्रमों में शामिल होकर जनता की जान जोखिम में डाली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा-जजपा के नेता जिस प्रकार कानून को ठेंगा दिखा रहे हैं, उससे जनता का कानून से विश्वास कम होता जा रहा है। हरियाणा की जनता भी सोचने को मजबूर है कि प्रदेश में वीआईपी के लिए व आम जनता के लिए अलग-अलग कानून है। इससे तो ‘जिसकी लाठी उसकी भैंस’ व ‘घर की बही-काका लिखणिया’ वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। उन्होंने महामहिम राज्यपाल के नाम सौंपे ज्ञापन में कोरोना नियमों की पालना न करने वाले भाजपा-जजपा के मंत्रियों व विधायकों पर तुरंत केस दर्ज करने व उन्हें पदभार से मुक्त करने की मांग की है। इस अवसर पर उनके साथ आत्म, रामबिलास जांगड़ा, रामरतन, सुधीर, संजय, सोमबीर, अमित जांगड़ा, रवि, अनिल, अनु, सुरेन्द्र, राजबीर व हरदीप सहित अनेक कार्यकर्ता शामिल थे।