पराक्रम दिवस: ऐतिहासिक गांव मंगाली के शहीद समारक पर कार्यक्रम आयोजित

 हिसार, राजेन्द्र अग्रवालः  नेता जी सुभाष चंद्र बोस जी की 125 जयंती पर नलवा हल्के के ऐतिहासिक गांव मंगाली में शहीद समारक पर पुष्प अर्पित कर नेताजी को याद किया गया।  इस अवसर पर भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य व पूर्व चैयरमैन सतबीर वर्मा व प्रदेश व्यवसायिक प्रकोष्ठ कार्य समिति सदस्य अशोक मितल ने देशराज शर्मा, धर्मपाल, बंसी लाल जोगी  व सतबीर सिंह सहित शहीद परिवार के सदस्यों को सम्मानित किया। अपने संबोधन में पूर्व चैयरमैन सतबीर वर्मा व प्रदेश व्यवसायिक प्रकोष्ठ कार्य समिति सदस्य अशोक मितल ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस साहस, नेतृत्व कौशल और असाधारण वक्ता थे। नेताजी के नाम से लोकप्रिय सुभाष चंद्र बोस ने अंग्रेजों से लड़ने के लिए आजाद हिंद फौज की स्थापना की थी। नेताजी की राष्ट्र के लिए निस्वार्थ सेवा का सम्मान करने और उन्हें याद करने के लिए, भारत सरकार ने हर साल 23 जनवरी को उनके जन्मदिन को 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने के पीछे का मकसद देश के लोगों, खासतौर पर युवाओं में नेताजी की तरह ही विपरीत परिस्थितियों का सामना करने और उनमें देशभक्ति की भावना का संचार करना है। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष अन्वेष यादव, सुशील शर्मा, कृष्ण सागंवान, कुलदीप जागंड़ा, नवीन शर्मा, भूपसिंह शर्मा, नरेन्द्र जागंड़ा, डॉ जयबीर सिंह, डॉ सतीश, सरपंच राकेश गांधी सहित गांव के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।