हिसार, राजेन्द्र अग्रवालः हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने गुंडे, गैंगेस्टरों, बदमाशों, माफियाओं को चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि वे या तो गलत काम करना छोड़ दें। वरना अब हरियाणा में उनके लिए कोई जगह नहीं होगी। जुआ, सट्टा, ड्रग्स, अवैध शराब से लेकर हर तरह की अवैध गतिविधियों में लिप्त बदमाशों की कमर तोड़ने के लिए उन्होंने हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को सभी गैर कानूनी गतिविधियों के खिलाफ प्रदेशभर में "क्लीन हरियाणा" अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। यह अभियान लगातार तब तक जारी रहेगा जब तक गैर कानूनी कार्यों में लिप्त सभी बदमाशों, माफियाओं का पूरी तरह से सफाया नहीं हो जाता।
गृह मंत्री ने कहा कि "क्लीन हरियाणा" अभियान के अंतर्गत पुलिस महानिदेशक मुख्यालय स्तर पर तीन या चार पुलिस की टीमों का गठन करेंगे और हरियाणा के हर गांव, हर पुलिस थाना के क्षेत्र में रेंडम जांच की जाएगी और जिस थाना क्षेत्र में अवैध कारोबार व अवैध गतिविधियों में संलिप्त लोग पाए जाएंगे, तो उस थाना क्षेत्र के अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके पश्चात पुलिस महानिदेशक रिपोर्ट तैयार करके उन्हें (गृह मंत्री) को भेजेंगे। उन्होंने कहा कि यदि निर्देश देने के बावजूद भी जिस थाना क्षेत्र के एसएचओ, एसपी, सीपी के क्षेत्र में अवैध कारोबार करने वाले लोग मिलेंगे तो उनका ही दायित्व होगा और उसके बाद गृहमंत्री अपने स्तर पर निर्णय लेकर आगे की कार्रवाई करेंगे।
राज्य में कानून अवस्था को बनाए रखने के लिए अपराधियों की धरपकड़ हेतु पिछले दिनों गृह मंत्री अनिल विज की अध्यक्षता में हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ एसीपी और डीएसपी स्तर तक के राज्य के सभी अधिकारियों की एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक आयोजित की गई थी जिसमें गृह मंत्री ने पुलिस के इन सभी अधिकारियों को साफ और स्प्ष्ट शब्दों में निर्देश देते हुए कहा था कि हरियाणा में कानून व्यवस्था की दृष्टि से अभी हमें उतनी सफलता नहीं मिली है जितनी मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस अपने स्तर पर जरूर कार्रवाई कर रही होगी लेकिन इस कार्रवाई को अब प्रणालीबद्ध करना होगा और अपराधियों को उनके सही स्थान पर पहुंचाना होगा।
शहर गाँव-शहर में अवैध कारोबार व अवैध गतिविधियों में संलिप्त लोगों को पकड़ने के आदेश
अपराधियों के संबंध में गृह मंत्री ने कहा कि हार्डकोर क्रिमिनल जनता के बीच सॉफ्ट चेहरा लेकर सामने दिखाई देते हैं हमें ऐसे अपराधियों की पहचान करनी है। इसके अलावा, जुआ खेलने वाले, सट्टे का काम करने वाले, नशे के कारोबार में संलिप्त लोगों के साथ-साथ अवैध शराब बेचने वाले लोग हर शहर में होते हैं जो समाज में कानून व्यवस्था को खराब करने का काम करते हैं। इस पर, उन्होंने हरियाणा पुलिस के सभी अधिकारियों को साफ निर्देश दिए थे कि हमें इन सभी अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए पूरी तरह से काम करना होगा इसलिए अब "क्लीन हरियाणा" अभियान को शुरू किया जाए। उन्होंने कहा कि अवैध कारोबार के माध्यम से जो धनराशि आती है उससे अवैध हथियार लेने का काम होता है और प्रदेश में गिरोह (गैंग) बनते हैं जिससे प्रदेश की कानून व्यवस्था खराब होती है। श्री विज ने पुलिस के अधिकारियों को साफ-साफ शब्दों में कहा था कि "हरियाणा के हर शहर, हर उस गांव में अवैध कारोबार व अवैध गतिविधियों को करने वालों को पकड़ो जो इन गलत कार्यों में संलिप्त है"।
अवैध हथियारों की धरपकड़ अभियान के तहत 297 मामले दर्ज, 323 गिरफ्तार
उन्होंने बताया कि हरियाणा में गत 1 जनवरी, 2022 से लेकर 15 जनवरी के दौरान अवैध हथियार की धरपकड़ के लिए चलाए गए अभियान के तहत कुल 297 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 323 लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की गई है। इस अभियान के तहत जिला बार आंकड़ों को देते हुए उन्होंने बताया कि इस अवधि के दौरान गुरुग्राम जिला में कुल 54 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 54 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 56 पिस्तौल/कट्टा और 25 कारतूस बरामद किए गए। इसी प्रकार, फरीदाबाद जिला में कुल 30 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 33 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 24 पिस्तौल/कट्टा और 11 कारतूस व 6 चाकू बरामद किए गए। अम्बाला जिला में कुल 12 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 8 पिस्तौल/कट्टा और 16 कारतूस व 3 चाकू बरामद किए गए। कुरुक्षेत्र जिला में कुल 2 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 2 पिस्तौल/कट्टा और 1 कारतूस बरामद किए गए। यमुनानगर जिला में कुल 11 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 12 पिस्तौल/कट्टा और 11 कारतूस बरामद किए गए। करनाल जिला में कुल 8 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 8 पिस्तौल/कट्टा और 1 कारतूस बरामद किए गए। कैथल जिला में कुल 4 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 4 पिस्तौल/कट्टा और 15 कारतूस बरामद किए गए। पानीपत जिला में कुल 7 मामले दर्ज किए गए जिसकेतहत 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 6 पिस्तौल/कट्टा और 2 कारतूस बरामद किए गए। रोहतक जिला में कुल 15 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 16 पिस्तौल/कट्टा और 5 कारतूस बरामद किए गए। सोनीपत जिला में कुल 24 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 21 पिस्तौल/कट्टा और 14 कारतूस व 1 चाकू बरामद किए गए। झज्जर जिला में कुल 16 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 20 पिस्तौल/कट्टा और 13 कारतूस व 1 बंदूक बरामद की गई। दादरी जिला में कुल 6 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 6 पिस्तौल/कट्टा और 2 कारतूस बरामद किए गए।भिवानी जिला में कुल 9 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 8 पिस्तौल/कट्टा और 11 कारतूस व 3 मैगजीन बरामद की गई। हिसार जिला में कुल 13 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 14 पिस्तौल/कट्टा और 17 कारतूस बरामद किए गए। हांसी जिला में कुल 4 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 5 पिस्तौल/कट्टा और 9 कारतूस व 3 तलवार व 3 फरसा बरामद किए गए। सिरसा जिला में कुल 6 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 5 पिस्तौल/कट्टा, एक बंदूक बरामद की गई। फतेहाबाद जिला में कुल 9 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 9 पिस्तौल/कट्टा व चाकू और 6 कारतूस बरामद किए गए। जींद जिला में कुल 8 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 8 पिस्तौल/कट्टा और 7 कारतूस व एक बंदूक बरामद की गई। रेवाड़ी जिला में कुल 12 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 15 पिस्तौल/कट्टा और 52 कारतूस व 1 चाकू बरामद किए गए। नारनोल जिला में कुल 8 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 8 पिस्तौल/कट्टा और 6 कारतूस बरामद किए गए। पलवल जिला में कुल 25 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 33 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 43 पिस्तौल/कट्टा और 102 कारतूस व 2 मैगजीन बरामद की गई। नुह जिला में कुल 1 मामला दर्ज किया गया जिसके तहत 1 व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया और इससे 1 पिस्तौल/कट्टा और 2 कारतूस बरामद किए गए। इसी प्रकार, रेलवे पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही के तहत कुल 6 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया और इससे एक पिस्तौल/कट्टा और 5 कारतूस व 3 चाकू बरामद किए गए। गुरुग्राम की एसडीएफ द्वारा की गई कार्यवाही के अंतर्गत कुल 7 मामले दर्ज किए गए जिसके तहत 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इन लोगों से 7 पिस्तौल/कट्टा और 19 कारतूस बरामद किए गए।
जुआ, सट्टा, नशा और अवैध शराब में 5682 छापे मारे, 2446 मामले दर्ज, 2664 गिरफ्तार
गृहमंत्री ने बताया कि हरियाणा में गत 11 जनवरी, 2022 से लेकर 19 जनवरी, 2022 के दौरान जुआ, सट्टा, नशे के कारोबार और अवैध शराब में संलिप्त लोगों के खिलाफ चलाए गये अभियान के तहत कुल 1038 पुलिस टीमों का गठन किया गया और 5682 छापे मारे गए जिसके तहत 2446 मामले दर्ज किए गए और 2664 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि इन लोगों से 27 लाख 31 हजार 709 रुपये की नगद राशि रिकवर की गई और 64 पिस्तौल व 64 कारतूस भी बरामद किए गए। इसी प्रकार, 23,229 शराब की बोतलें बरामद की गई और 233.52 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया तथा 337.36 ग्राम स्मैक बरामद किया गया और 2284.57 ग्राम हेरोइन बरामद की गई। इसके अलावा उन्होंने बताया कि राज्य के विभिन्न जिलों से इंजेक्शन, नीडल, कैप्सूल, लाहन, चरस, अफीम, चुरापोस्त, डोडा इत्यादि अलग-अलग भारी मात्रा में बरामद किया गया है
"क्लीन हरियाणा" अभियान में पुलिस का सहयोग करें प्रदेश के लोग
गृहमंत्री अनिल विज ने प्रदेश के लोगों से आग्रह व अपील करते हुए कहा कि वे हरियाणा पुलिस के इस "क्लीन हरियाणा" अभियान को सफल बनाने के लिए अपनी पूरी भागीदारी सुनिश्चित करें और समाज में छिपे बैठे ऐसे अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों की जानकारी हरियाणा पुलिस को दे और उनकी धरपकड़ करवाएं ताकि एक सभ्य समाज का निर्माण किया जा सके।
मैं हर व्यक्ति के साथ पुलिस जवान को खड़ा नहीं कर सकता, लेकिन चाहता हूँ कि अपराधियों के दिलो-दिमाग में अपराध के प्रति भय पैदा हो
मैं हरियाणा के प्रत्येक व्यक्ति के साथ पुलिस के जवान को खड़ा नहीं कर सकता, लेकिन मैं चाहता हूँ कि अपराधियों के दिलो-दिमाग में भय पैदा हो ताकि अपराध करने से पहले ऐसे अपराधियों की रूह कांप जाए। अपराध पर रोकथाम लगाने के लिए क्राइम से संबंधित एक पोर्टल तैयार किया जाएगा जिसके बाद हर संबंधित पुलिस अधिकारी अपने स्तर पर पोर्टल के माध्यम से क्राइम के मामले की जानकारी देख सकेगा और उस अमुक मामले पर संबंधित अधिकारी द्वारा आगामी कार्यवाही भी की जाएगी।"