हिसार, राजेन्द्र अग्रवालः आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता एवं पूर्व जिला पार्षद प्रतिनिधि मनोज राठी ने हांसी के विधायक विनोद भ्याणा पर कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाने व जनता की जान जोखिम में डालने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र व प्रदेश की भाजपा सरकार ने कोरोना के नियम अपने हिसाब से तय कर रखे हैं, जिसके तहत आम जनता पर कोरोना का हमला कभी भी हो सकता है लेकिन सत्तापक्ष के नेताओं को कोरोना कुछ नहीं कहता।
मनोज राठी ने कहा कि हांसी के विधायक विनोद भ्याणा ने न केवल कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाई है बल्कि उन्होंने अन्य लोगों की जान भी जोखिम में डाली है। सर्वविदित है कि हांसी के विधायक विनोद भ्याणा गत 14 जनवरी को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग के नियमों के तहत एक संक्रमित व्यक्ति को सात दिन तक क्वारंटाइन रहना पड़ता है। उनकी क्वारंटाइन अवधि सात दिन पूरी ही नहीं हुई कि विधायक हांसी में आयोजित भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के एक कार्यक्रम में अग्रणी तौर पर उपस्थित थे। यही नहीं, इस कार्यक्रम में भी पूरी तरह से मास्क में नहीं थे। इसके अलावा अन्य भाजपा नेता भी बिना मास्क या बिना सोशल डिस्टेंस के नजर आए। यही नहीं, यह कार्यक्रम खुले में हुआ, जिसमें बहुत से लोग शामिल थे। उन्होंने कहा कि शहीद व क्रांतिकारी सभी के लिए आदरणीय है और हांसी का कार्यक्रम भी भाजपाइयों ने शहीदों के नाम पर किया था, लेकिन इसका यह मतलब नहीं होना चाहिए कि नियमों की पालना न हो और लोगों की जान पर कोई संकट आए।
मनोज राठी ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश की भाजपा सरकार ने कोरोना महामारी को मजाक बनाकर रख दिया है। सत्तारूढ़ दल के नेता कोई कार्यक्रम करे तो कोरोना नियमों के कोई मायने नहीं है और यदि विपक्षी दल, किसान, कर्मचारी, मजदूर, छात्र या आंगनवाड़ी वर्कर सरकार के खिलाफ कोई कार्यक्रम करे तो तुरंत कोरोना के नियम आड़े आ जाते हैं। उन्होंने कहा शाम छह बजते ही आम गरीब दुकानदार, रेहड़ी वालों व ठेले वालों पर काम बंद करने के लिए पुलिस डंडा लेकर पीछे पड़ जाती है लेकिन यदि सत्तादल के नेताओं का कार्यक्रम हो पुलिस डंडा लेकर उनकी रखवाली करती है, जो उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाने व जनता की जान जोखिम में डालने का प्रयास करने वाले हांसी के विधायक विनोद भ्याणा व अन्य भाजपाइयों पर केस दर्ज किया जाए और कोरोना नियमों की पालना की आड़ में गरीबों को परेशान करना बंद किया जाए।