माता की सेवा सबसे पुण्य का कार्य : स्वामी राजेन्द्रानंद

 हिसार, राजेन्द्र अग्रवालः बिश्नोई समाज के प्रमुख संत स्वामी राजेन्द्रानंद महाराज ने कहा है कि गौमाता की सेवा सबसे पुण्य का कार्य है। गौमाता की सेवा से मनुष्य को आत्मिक संतुष्टि भी मिलती है।
स्वामी राजेन्द्रानंद महाराज जिले के गांव महलसरा में गौशाला की नींव रखने उपरांत उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मनुष्य जन्म अनमोल है, ऐसे में हमें थोड़ा सा समय गौमाता की सेवा व भगवान के भजन में लगाना चाहिए। भगवत साधना ही हमें भवसागर से पार ले जा सकती है।
इस अवसर पर स्वामी राजेन्द्रानंद महाराज ने हवन किया और गौशाला की नींव रखकर सभी को प्रसाद वितरित किया। इस अवसर पर सभी गांववासी, महिलाएं, पुरुष व बच्चे गौ माता के जयकारे लगा रहे थे। महाराज जी ने गौशाला मे अपनी तरफ से गौशाला को विशेष सहयोग देने और आगे साप्ताहिक कथा करने की अपनी इन्छा प्रकट की। सभी गांववासियों व धर्म प्रेमियों ने यहां पहुंच कर आशीर्वाद देने के लिए गुरु जी का बहुत आभार जताया।