स्वतंत्रता संग्राम में जब भी हरियाणा के योगदान की बात होगी शहीद हुकूमचंद जी का नाम हमेशा अग्रिम पंक्ति में लिया जाएगा : अशोक बुवानीवाला

हिसार, राजेन्द्र अग्रवालः  हुकूमचंद जी का बलिदान आने वाले पीढिय़ों को प्रेरणा देता रहेगा : अशोक गोयल मंगालीवाला
     भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में वैश्य समाज के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। अनेकों वैश्य क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों के विरुद्ध तन-मन-धन से अंग्रेजो के विरूद्ध लौहा लिया और देश की आजादी में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। ये बात आज अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने स्थानीय राणी सत्ती मंदिर में आयोजित प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के शहीद हुकूमचंद जैन के 164वें शहीदी दिवस आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला के साथ उद्योगपति अशोक गोयल मंगालीवाला भी बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहें। शहीद हुकूमचंद जैन जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजली पश्चात शहीद हुकूमचंद जैन जी का स्मरण करते हुए बुवानीवाला ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में जब भी हरियाणा के योगदान की बात होगी शहीद हुकूमचंद जी का नाम हमेशा अग्रिम पंक्ति में लिया जाएगा। उनका जीवन हम सबके लिए एक प्रेरणा है जो आने वाली पीढ़ीयों का मार्गदर्शन करता रहेगा। उन्होंने कहा कि हांसी की लाल सडक़ आज भी उनकी कुर्बानी की दास्तां ताजा करती है। उन्होंने बताया कि 29 मई, 1857 को लाला हुकूमचंद जैन के नेतृत्व में जनता ने अंग्रेजी शासन के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद किया था। प्रदेश के स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और शौर्य गाथाओं को अमर रखने के लिए आज हम देश के इस वीर योद्धा को नमन करते हैं।
उद्योगपति अशोक गोयल मंगाली वाला ने कहा कि अमर शहीद हुकूमचंद जैन जी द्वारा देश के लिए दिए गए बलिदान के लिये हम सदा उन्हें याद करते रहेंगे और देश प्रेम से प्रेरित उनके कार्यों से प्रेरणा लेते हुए कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि अग्रवाल वैश्य समाज का ये प्रयास अत्यंत ही सराहनीय है कि उसने हरियाणा के इस महान सपूत की वीरगाथा को नई पीढ़ी  तक पहुंचाने के लिए इतने बड़ें स्तर पर प्रदेश के हर जिले में कार्यक्रम आयोजित किए गए है। मंगालीवाला ने कहा कि हरियाणा के सपूत देश के लिए कुर्बानी देने में हमेशा आगे रहे हैं। उन्होंने शहीद हुकूम चंद जैन एक महान देशभक्त व कुशल प्रशासक थे उनकी काबलियत को देखते हुए बहादुरशाह जफर ने उन्हेंं हांसी, हिसार और करनाल जिले के कुछ गावों का कानूनगों नियुक्त किया था।
इस अवसर पर संयोजक अमर गुप्ता, उपसंयोजक ललित बंसल, राजेंद्र अग्रवाल, विजय गोयल, हरीश शर्मा, पार्षद जगमोहन मित्तल, दीपेन्द्र अग्रवाल, सुरेश गुप्ता, राजेश गुप्ता, मनीष कौशल, प्रवीण जैन, दिनेश बंसल, नीतिन बंसल, मुनीष बंसल, रिंकू बंसल, अशोक गुप्ता, अशोक जैन, विजय काका, वर्षा जैन, सुभाष गोयल, शशी गोयल, कमलेश गोयल सहित अनेक लोगों ने शहीद हुकूमचंद जी को श्रद्धांजली अर्पित की।