पठानकोट, संजय पुरी : श्री गुरु रविदास महाराज जी की जयंती को लेकर पंजाब के चुनाव की तिथि को 20 फरवरी तक बढ़ाए का राष्ट्रीय चुनाव अयोग ने बहुत ही महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है । इस फैसले को लेकर संगतों में खुशी की लहर पाई जा रही है। इस फैसले की सलाघा करते हुए समाज सेवक सुरेश अत्री ने बताया कि धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए श्री गुरु रविदास संगतो का चुनाव आयोग ने सम्मान रखा , जोकि सराहनीय कदम है। संगतों की ओर से फेसबुक पर लाइव होकर चुनाव आयोग से चुनाव तिथि को आगे बढ़ाने की अपील की गई थी। सुरेश अत्री ने बताया कि पंजाब में 14 फरवरी को चुनाव घोषित हुए थे जबकि 16 फरवरी को श्री गुरु रविदास महाराज जी की जयंती है। जयंती से पहले श्री गुरु रविदास समाज की बहुत सारी संगतें बनारस धाम के दर्शन को जाती है ऐसे में वह 14 फरवरी को चुनाव में अपनी वोट देने से चूक जाते । सुरेश अत्री ने कहा कि इस चुनाव में हर कोई अपनी वोट का इस्तेमाल करना चाहता है। इसीलिए उन्होंने राष्ट्रीय चुनाव आयोग से अपील की थी कि चुनाव की तिथि को आगे बढ़ाया जाए ताकि धार्मिक भावनाओं को भी आहत होने से बचाया जा सके। वोटरों को वोट देने से वंचित ना होने पड़े । राष्ट्रीय चुनाव आयोग के इस ऐतिहासिक फैसले से समाज के लोगों में अत्यंत खुशी है । उन्होंने कहा कि अब सभी लोग अपनी मत का सही और जरूर इस्तेमाल कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि पूरे देश में श्री गुरु रविदास जी महाराज जी की जयंती को बड़े ही उत्साह एवं धूमधाम के साथ मनाया जाता है। जयंती को लेकर कई दिनों तक धार्मिक आयोजन किए जाते हैं। इसलिए इस दिन की अहम महत्वता है और बनारस में कई दिनों तक श्रद्धालुओं ,संगतो के लिए मेला लगाया जाता है ।जिसमें हजारों श्रद्धालु एवं संगते आपने परिवार सहित पहुंचते हैं । ऐसे में धार्मिक यात्रा पर जाने वाली संगतो को अपनी वोट देने में दिक्कत हो सकती थी। लेकिन इस गंभीर मुद्दे को देखते हुए और लोगों की भावना को ध्यान में रखते हुए लिया गया यह ऐतिहासिक फैसला सम्मानीय है। इस फैसले को लेकर संगतों में खुशी की लहर पाई जा रही है।