सरकार ने धान पर एक बार फिर से एचआरडीएफ में बढ़ोतरी करके आढ़ती, मिलर्स व किसान विरोधी अपना चेहरा दिखा दिया है - बजरंग गर्ग


      हिसार, राजेन्द्र अग्रवालः हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड़ के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने आढ़ती व राइस मिलर्स से बातचीत करने के उपरांत कहा कि हरियाणा में धान पर 0.5 प्रतिशत मार्केट फीस व 0.5 प्रतिशत एसआरडीएफ थी मगर सरकार ने इसे बढ़ाकर पिछले दिनों 2 प्रतिशत मार्केट फीस व एचआरडीएफ 0.5 प्रतिशत कर दी मगर अब सरकार ने फिर से मेमो नंबर 11565-11702 दिनांक 11 जनवरी 2022 को एचआरडीएफ 0.5 पैसे से बढ़ाकर 2 प्रतिशत व 2 प्रतिशत मार्केट फीस दोनों मिलाकर धान पर 4 प्रतिशत मार्केट फीस करके आढ़ती, मिलर्स व किसानों की कमर तोड़ने का काम किया है। श्री गर्ग ने कहा कि यह सरकार आढ़ती, मिलर्स व किसान विरोधी है। जिसने धान पर मार्केट फीस 1 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 प्रतिशत करके अपना असली चेहरा दिखा दिया है जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में जीएसटी लागू करते समय घोषणा की थी कि एक देश एक टैक्स होगा। जबकि केंद्र सरकार ने जीएसटी के तहत अनाप-शनाप टैक्सों में बढ़ोतरी कर दी है तो देश व प्रदेश में सरकार को अपने व्यादे के अनुसार मार्केट फीस हटनी आनी चाहिए थी। जबकि सरकार की गलत नीतियों से लगातार हरियाणा में राइस मिलरें बंद हो रही है और मंडियों में आढ़तियों का व्यापार कम होता जा रहा है। श्री गर्ग ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मांग की है की धान व गेहूं पर मार्केट फीस जो 4 प्रतिशत है उसे घटाकर मार्केट फीस व एचआरडीएफ दोनों मिलाकर अधिकतम 1 प्रतिशत की जाए ताकि प्रदेश के आढ़ती, मिलर्स व किसानों को राहत मिल सके।