हरियाणा की राइस मिलर्स के रेट कम होने के बावजूद बाहर की कंपनियों को फोर्टिफाईड राइस की सप्लाई ऊंचे रेटों पर देने से करोड़ों रुपए घोटाले की बू आ रही है- बजरंग गर्ग

हिसार, राजेन्द्र अग्रवालः अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव व हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने राइस मिलरों से बातचीत करने के उपरांत कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा फोर्टिफाईड राइस की सप्लाई हरियाणा की मिलों को देने की बजाए महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान प्रदेश की कंपनियों को 59.60 रुपए किलों के हिसाब से देकर करोड़ों रुपए का घोटाला किया है, जबकि बाहर की कंपनियों ने जो सरकार से टैंडर लिया है वह हरियाणा की मिलर्स से ही 44 व 45 रुपए किलों फोर्टिफाईड राइस लेकर सरकार को 59.60 रुपए में देकर करोड़ों रुपए कमा रहे हैं। जबकि हरियाणा में 60 मिलें जो फोर्टिफाईड राइस लगी हुई है, उनको भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि जबकि हरियाणा में राइस मिलों के मालिकों ने सरकार से टैंडर लेने के लिए 45 रुपए से 50 रुपए तक का रेट भरा हुआ था मगर सरकार ने अपने निजी स्वार्थ के लिए हरियाणा की मिलरों को टेंडर ना देकर अन्य प्रदेश के लोगों को 59.60 रूपए में टैंडर देकर भारी घोटाला किया है। जबकि हरियाणा सरकार ने जान बूझकर ऐसे नियम बना दिए की जिसमें हरियाणा की एक भी फोर्टिफाईड राइस मिलें नहीं आती है, जबकि हरियाणा में अभी ही 60 फोर्टिफाईड राइस मिल नई लगी है। मगर सरकार ने अपने निजी स्वार्थ के लिए 3 साल पुरानी मिलें होने की शर्त डाल दी ताकि हरियाणा की मिलें टैंडर में भाग ना ले सके। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि देश के अनेकों राज्यों ने फोर्टिफाईड राइस अपने राज्यों के मिलरों से ही 50 प्रतिशत से 70 प्रतिशत खरीद करने की शर्त रखी हुई है, जिसमें पंजाब में 50 प्रतिशत व छत्तीसगढ़ में 70 प्रतिशत मगर हरियाणा में ऐसी कोई पाबंदी ना करके सरकार ने हरियाणा के उद्योगपतियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। जबकि सरकार ने जिन व्यापारियों को ऊंचे रेटों में टैंडर दिया है वह कंपनियां सस्ते रेटों में हरियाणा की मिलों से ही चावल लेकर सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगा रहे हैं। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि राइस मिलर कई बार मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मिल चुके है मगर कोरे आश्वासन के सिवाए कुछ नहीं हुआ। जबकि हरियाणा सरकार हरियाणा में नए-नए उद्योग लगवाने की बात कर रही है और उद्योगों के माध्यम से 75 प्रतिशत युवाओं को रोजगार देने के झूठे ढोल पीट रही है, वहीं दूसरी तरफ हरियाणा के व्यापारियों को काम देने की बजाए अपने निजी स्वार्थ के लिए अन्य प्रदेश की कंपनियों को काम देकर करोड़ों का घोटाला किया जा रहा है। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मांग की है कि वह बाहर की कंपनियों का टैंडर रद्द करके हरियाणा की राइस मिलरों को काम दिया जाए ताकि राइस मिलरों ने जो करोड़ों रुपए लगाकर फैक्ट्रियां लगाई है उनको व बेरोजगारों को रोजगार मिल सके।