हिसार, राजेन्द्र अग्रवालः साधारण मनुष्य भी उच्च मानवीय गुणों को धारण कर श्रेष्ठ व महान व्यक्तित्व की श्रेणी में शामिल हो सकता है। संसार मे बहुत से ऐसे लोग हुए हैं, जो सादा जीवन व उच्च विचारों को आत्मसात कर महानता की ओर अग्रसर हुए हैं।
हिसार के विधायक एवं नवनियुक्त कैबिनट मंत्री (शहरी स्थानीय निकाय मंत्री) डॉ. कमल गुप्ता में बहुत सारे ऐसे गुण हैं जो उनके व्यक्तित्व को श्रेष्ठ बनाते है। उनके यह गुण समय-समय पर समाज के सम्मुख प्रदर्शित भी होते रहते हैं ।
1. समयबद्धता का गुण
डॉ. कमल गुप्ता अपने शरुआती समय से ही समय के पाबंद रहे हैं। उनका हमेशा प्रयास रहता है कि वे कार्यक्रमों या बैठकों में समय पर पहुंचे व दूसरो से भी यही अपेक्षा रहती है कि वे समय पर पहुंचने का पूरा-पूरा ध्यान करें। यह विशेष गुण उन्हें संघ की शाखाओं से प्राप्त हुआ है। उनका प्रयास रहता है कि कोई भी लक्षित कार्य तय समय अवधि में पूरा किया जा सके। उनका यह आग्रह हमेशा पार्टी कार्यकर्ताओं से भी रहा है।
2. सृजनात्मकता का गुण
सृजनात्मक अथवा रचनात्मकता के चिंतन का यह गुण मंत्री डा. कमल गुप्ता के विचारों में हमेशा झलकता है। वो केवल कोरी भाषणबाजी नहीं करते अपितु रचनात्मक रूप से उसे क्रियांवित करने का प्रयास भी करते हैं। हिसार नगर में जनहित के अनेकों विकास कार्य उनकी रचनात्मक सोच के कारण ही पूरे होने संभव हो सके हैं। हिसार में निर्माणाधीन अंतरराष्ट्रीय स्तर के हवाई अड्डा का निर्माण शुरू होना उनके रचनात्मक गुण होने के प्रमाण प्रस्तुत करते हैं।
3. सत्य वचन
बेशक कुछ लोग उनकी साफगोई को सुनकर उनसे नाराज भी हुए हों, परंतु किसी भी व्यक्ति को मिथ्या आश्वासन नहीं देते। सत्य बात को मुंह की मुंह पर बोल देना उनमें यह विशेष गुण है। यह उनके मनोबल का भी परिचायक है। उनका चिंतन है कि हम अपने जीवन में सत्य वचन का पालन कर जीवन की मुश्किलों को आसान कर सकते हैं।
4. कान का कच्चा न होना
बिना सोचे समझे दुसरो की बातों पर विश्वास कर लेना , यह मनुष्य का बहुत बड़ा अवगुण है। मैं अपने व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर कह सकता हूँ कि डॉ. कमल गुप्ता किसी के द्वारा किसी की बारे में कही गई नकारात्मक बात पर भरोसा नहीं करते। वे कही गई उस बात पर गहराई में जाए बगैर कोई निर्णय नहीं लेते।
5. स्वदेशी से लगाव
कैबिनेट मंत्री डॉ. कमल गुप्ता को यह विशेष गुण उन्हें संघ के माध्यम से प्राप्त हुआ है। स्नातकोत्तर डिग्री भारी विरोध के बावजूद उन्होंने भारतीय वेश-भूषा धोती-कुर्ता में ग्रहण कर उन्होंने समाज के सम्मुख अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया था।
6. सादगी पूर्ण जीवन
समीप से देखने वाला कोई भी व्यक्ति उनके सादगी पूर्ण जीवन को देख कर प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकता। उनका सभी से आत्मियतापूर्ण व्यवहार सभी को अपनी ओर आकर्षित कर लेता है।
7. भारतीय सनातन संस्कृति से जुड़ाव
यह गुण उनके व्यक्तित्व में विशेष निखार लाता है। पूजा पाठ , धर्म कर्म उन्हें विरासत में मिला है। उनकी माता जी, धर्मपत्नी व स्वयं उनका प्रतिदिन ईश अराधना नित्य का कर्म है। कैबिनेट मंत्री पद पाने के बाद देवी भवन मंदिर, काजला धाम व अग्रोहा धाम मंदिर में जाकर परमात्मा से आशीर्वाद प्राप्त करना उनकी धर्म के प्रति गहन निष्ठा को ही प्रदर्शित करता है।
8. मंत्रि पद की शपथ संस्कृत भाषा मे लेकर भारत की गौरवशाली प्राचीन भाषा संस्कृत के प्रति उनका भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों में गहन आस्था को प्रकट करता है।