रामायण टोल का पिल्लर उखाडक़र अपना वादा पूरा करें दुष्यंत चौटाला : मनोज राठी

हिसार, राजेन्द्र अग्रवालः   रामायण टोल को आसपास के गांवों के लिए फ्री करवाने व किसान का झंडा लगा गाड़ी को टोल से फ्री करवाने की मांग पर ग्रामीणों का टोल पर धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। ग्रामीणों ने ऐलान किया है कि अब वे टोल वालों की गुंडागर्दी को और सहन नहीं करेंगे।

इस अवसर पर एकत्रित हुए ग्रामीणों को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता एवं पूर्व जिला पार्षद प्रतिनिधि मनोज राठी ने कहा कि टोल अधिकारियों को ग्रामीणों की मांग पर गौर करना चाहिए। ग्रामीणों को अपने काम धंधे छोडक़र धरना देने का शौक नहीं है बल्कि वे अपनी जायज मांग के साथ अन्याय के खिलाफ दो दिनों से धरने पर बैठे हैं। प्रशासन को भी इस दिशा में तुरंत गौर करके टोल अधिकारियों को निर्देश देने चाहिए। उन्होंने कहा कि टोल अधिकारियों की गुंडागर्दी से जनता परेशान है। यदि आसपास के गांवों को ही टोल से फ्री नहीं किया जाता है तो उन्हें तो एक गांव से दूसरे गांव जाने में भी टोल देना होगा, जो उनके साथ नाइंसाफी है। उन्होंने कहा कि इनेलो का सांसद रहते हुए दुष्यंत चौटाला इस टोल को बिल्कुल गलत बताते थे और सत्ता में आने पर इस टोल को हटाने का दम भरते थे। यही नहीं, वे कहते थे कि सत्ता में आने पर इस टोल का पहला पिल्लर वे अपने हाथ से फाड़ेंगे। उन्होंने कहा कि अब दुष्यंत चौटाला सत्ता में भी है, उनकी सरकार भी है और जिस टोल को वे नाजायज बताते थे वह भी मौजूद है। ऐसे में अब उन्हें इस टोल पर आकर इसका पिल्लर उखाडऩे का श्रीगणेश करना चाहिए ताकि बाकी का काम ग्रामीण कर सके। उन्होंने कहा कि यदि दुष्यंत चौटाला ने अब इन ग्रामीणों की आवाज नहीं सुनी तो ग्रामीण भी भूल जाएंगे कि दुष्यंत चौटाला कौन है।

इस अवसर पर समाजसेवी मुकेश गुज्जर ने कहा कि ग्रामीण अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। टोल के नाम पर इस क्षेत्र के ग्रामीण शोषण का शिकार हो रहे हैं, जिससे तंग आए ग्रामीणों ने शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन शुरू किया है। उन्होंने सरकार एवं अधिकारियों से मांग की कि वे इस ओर तुरंत ध्यान दें। इस अवसर पर विभिन्न गांवों से आए सैंकड़ों ग्रामीण मौजूद थे, जिन्होंने अपनी मांग के समर्थन में जोरदार नारेबाजी की।