बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने के साथ-साथ नैतिक शिक्षा देने भी बहुत जरूरी है - बजरंग गर्ग

हिसार ( हरियाणा), राजेन्द्र अग्रवाल: अग्रोहा धाम में पूर्णिमा के पावन पर्व पर भव्य भजन-कीर्तन, छप्पन भोग, भंडारे व सम्मेलन का कार्यक्रम अग्रोहा विकास ट्रस्ट अग्रोहा धाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में हुआ। इस कार्यक्रम में भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया। भजन-कीर्तन में भक्तजन झूम उठे।  अग्रोहा धाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने उपस्थित नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि अग्रोहा धाम में महाराजा अग्रसेन म्यूजियम, ऑडिटोरियम, पार्क, पार्किंग, माता लक्ष्मी मंदिर की गुम्जों व मंदिरों के सुंदरीकरण पर लगभग 13 करोड़ रुपया खर्च किए गए हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा अग्रोहा  में विकास कार्य करवाना है। श्री गर्ग ने कहा कि युवाओं को ज्यादा से ज्यादा सामाजिक व धार्मिक क्षेत्र में जोड़ा जाएगा। पूरे देश में अग्रोहा धाम का मजबूत युवाओं का संगठन बनाया जा रहा है जिसके तहत हर प्रदेश, जिला, शहरी व ब्लॉक स्तर ईकाईयों का गठन किया जा रहा है। युवा देश का भविष्य है युवक-युवतियां उच्च शिक्षा प्राप्त करके बड़े-बड़े पदों पर पहुंचकर देश की तरक्की व विकास में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है और आगे भी निभाएगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि माता-पिता को बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने के साथ-साथ नैतिक शिक्षा देनी भी जरूरी है ताकि युवा पीढ़ी बुराईयों से दूर रह सके क्योंकि आज के युग में बुराई जगह-जगह अपना पैर फैला रही है। राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि नशा नाश की जड़ है मेरी युवा पीढ़ी से अपील है कि वह बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए आगे आए और नशे से दूर रहे। हम सब को एकजुट होकर नशे के खिलाफ लड़ना होगा। इस अवसर पर राष्ट्रीय महासचिव चूडि़या राम गोयल, महावीर गुप्ता मुंबई, स्वरूप चंद सिंगला पंजाब, विपिन गर्ग यूपी, गिरधारी लाल अग्रवाल दिल्ली, श्रवन गुप्ता राजस्थान, रतनलाल अग्रवाल तेलंगाना, रमेश चंद्र हैदराबाद, अंकुर गर्ग लुधियाना, राधा कृष्ण गर्ग, महेंद्र अग्रवाल देहरादुन, कुलवीर बैनिवाल, फतेहाबाद प्रधान सुभाष मित्तल, भट्टू प्रधान ब्रह्मानंद अग्रवाल, अग्रोहा ब्लॉक प्रधान आनंद मित्तल, चिका  प्रधान नरेश कुमार अग्रवाल, राधा किशन रिवाड़ी, निरंजन गोयल, प्रमोद गोयल, शिवकुमार गोयल, बजरंग असरावां वाले, निरंजन असरावां वाले, मोहित बंसल अजीतपुरिया आदि भक्तजन भारी संख्या में मौजूद थे।