संस्थान की बेहतरीन कार्यकुशलता में कर्मचारियों के प्रशिक्षण की महत्वूपर्ण भूमिका : प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज

हिसार, हरियाणा, राजेन्द्र अग्रवाल : किसी भी संस्थान की प्रगति व उन्नति में वहां कार्यरत कर्मचारियों का बहुत ही अहम रोल होता है। इसलिए कर्मचारियों की बेहतरीन कार्य कुशलता, उनके व्यक्तिगत और संगठनात्मक कौशल विकास, संस्थान के संपूर्ण सेवा नियमों व आधुनिक तकनीकों की जानकारी के लिए प्रशिक्षणों का आयोजन बहुत ही जरूरी है। संस्थान को उच्च शिखर पर पहुंचाने में वहां कार्यरत कर्मचारी आधार स्तंभ का काम करते हैं। ये विचार चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज ने व्यक्त किए। वे विश्वविद्यालय के मानव संसधान प्रबंध निदेशालय के कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा प्रबंधन अकादमी की ओर से आयोजित कर्मचारी प्रशिक्षण सलाहाकार समिति की बैठक को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षणों के माध्यम से कर्मचारियों को किसी भी संस्थान की रूपरेखा, कार्यक्षेत्र, गतिविधियों, नियमों, कानूनों सहित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत कराया जाता है ताकि उन्हें अनुसंधान, विस्तार, शैक्षणिक व अन्य गतिविधियों के कुशल संचालन में किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े। प्रशिक्षणों के माध्यम से राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आधुनिक तकनीकी बदलावों व अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों की अपडेट मिलती रहती है जो कार्य कुशलता को बढ़ाने में मददगार होते हैं। मुख्यातिथि ने कहा कि निदेशालय ने कोरोना जैसी महामारी के कठिन समय में भी बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए प्रशिक्षणों का आयोजन किया जो अपने आप में काबिलेतारिफ है। इस बैठक में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली से डॉ. सीमा जग्गी, अतिरिक्त महानिदेशक, मानव संसाधन विकास और डॉ. संजीव गुप्ता, अतिरिक्त महानिदेशक (तिलहन एवं दलहन) ने भी अपने विचार रखे। 

इन विषयों पर दिए जाते हैं प्रशिक्षण

निदेशालय के निदेशक डॉ. एम.एस. सिद्धपुरिया ने अकादमी की वार्षिक रिपोर्ट और उपलब्धियां प्रस्तुत की तथा अगले वर्ष (2021-2022) के प्रशिक्षण का कैलेंडर प्रस्तावित किया। उन्होंने बताया कि संस्थान की ओर से कोरोना महामारी में भी प्रशिक्षण गतिविधयों को सुचारू रूप से जारी रखा गया था। सभी गतिविधियां वर्चुअल मोड में आयोजित की गई थी। उन्होंने बताया कि मानव संसाधन प्रबंध निदेशालय में सांख्यिकी तकनीकों, इंडक्शन प्रशिक्षण, विस्तार प्रबंधन, संचार तकनीकों, अनुसंधान प्रबंधन, कंप्यूटर के मूलभूत जानकारी के लिए प्रशिक्षण, गैर शिक्षक कर्मचारियों के लिए अकांउट एवं सामान्य सेवा नियमों की जानकारी सहित कई प्रकार के प्रशिक्षण दिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि गत वर्ष आयोजित किए गए प्रशिक्षणों में देश भर से 319 कृषि वैज्ञानिकों, शिक्षकों और विस्तार विशेषज्ञों और 97 प्रशासनिक कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने हिस्सा लिया और बहुमुल्य सुझाव भी दिए।