गायकी में हिसार की बनी नई पहचान वॉयस ऑफ पंजाब के टॉप 20 में पहुंची सिद्धि

हिसार, हरियाणा, राजेन्द्र अग्रवाल : सिद्धि अपने भजनों, गुरबाणी और नृत्य का लगातार लोहा मनवा रही लिटिल स्टार सिद्धि छाबड़ा ने विश्व स्तर पर हिसार का नाम रोशन किया है। पहली बार पंजाबी गानों के क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए सिद्धि ने अमूल वॉयस ऑफ पंजाब छोटा चैंप में टॉप 20 में जगह बनाई है। प्रतियोगिता के सातवें सीजन में भाग लेने वाले सैकड़ों प्रतिभागियों में पहली बार गैर पंजाबी भाषी क्षेत्र से सिद्धि को जगह मिलने पर लिटिल स्टार को लगातार बधाई संदेश आ रहे हैं। प्रतियोगिता में जज के तौर पर जाने माने संगीतज्ञ और गायक सचिन आहूजा, अफसाना खान, बीर सिंह, युवराज हंस, सिंगगा और अन्य शामिल हैं। प्रतियोगिता के एपिसोड पीटीसी पंजाबी पर अगस्त में प्रसारित होगे।

करीब तीन महीने पहले सिद्धि छाबड़ा के शबद गायन का वीडियो आउट होने के बाद पीटीसी पंजाबी से कॉल आई थी, जिसमें पंजाबी गाने पर वीडियो मांगा गया। आनन फानन में सिद्धि ने मशहूर पंजाबी गाने बत्ती बाल के रखी है पर शॉर्ट वीडियो भेजा, जिसके कुछ ही दिनों में चैनल से मेगा ऑडिशन के लिए बुलावा आ गया। प्रतियोगिता के लिए ऑनलाइन ऑडिशन में पहुंचे सैकड़ों विडियोज में से सिलेक्टेड 94 प्रतिभागियों को पीटीसी पंजाबी के मोहाली स्तिथ स्टूडियो में 19 जुलाई को हुए मेगा ऑडिशन के लिए निमंत्रण भेजा गया था। इसमें बाजी मारते हुए सिद्धि ने न केवल टॉप 20 में जगह बनाई अपितु जजों ने उसकी प्रसिद्ध गाने जुत्ती कसूरी पर दी गई प्रस्तुति को विशेष तौर पर सराहा।

 बॉक्स - हिसार का नाम सुनकर चौंके जज और प्रतिभागी 

वॉयस ऑफ पंजाब के सातवें सीजन में पहली बार गैर पंजाबी भाषी क्षेत्र से आई इंट्री पर जज और पूरे पंजाब से आए प्रतिभागी भी चौंक गए। कुछ को तो हिसार के बारे में पता ही नहीं था।

 बॉक्स - स्टूडियो राउंड में झूमते नजर आए जज 

मेगा ऑडिशन में नंबर वन बनने के बाद फर्स्ट स्टूडियो राउंड में सिद्धि की एक और मशहूर गाने सूट ले ले मैं ना रजदी हां. की प्रस्तुति पर जज झूमते नजर आए। सभी ने सिद्धि की प्रस्तुति को सराहा। 

 बॉक्स - तीसरे राउंड में फर्स्ट टॉप फाइव में मिली इंट्री 

प्रतियोगिता के तीसरे राउंड के लिए बने ग्रुप्स में पहले टॉप 5 प्रतिभागियों में भी सिद्धि को शामिल होने का मौका मिला। पर इस राउंड में तैयारी के लिए मिले कौर बी के ठेठ पंजाबी गाने को एक दिन में तैयार करना मुश्किल साबित हुआ। दूसरे प्रतिभागियों जो पहले से ही पंजाबी भाषी क्षेत्र से आए थे और जिन्हें गाना भी पहले से याद था, उन्हें यहां उसका फायदा मिला। गैर पंजाबी भाषी क्षेत्र से होने के कारण आई त्रुटि को जजों ने इंगित भी किया। 

 बॉक्स - बधाई संदेशों ने बढ़ा दिया मेरा उत्साह 

मोहाली से प्रतियोगिता में भाग लेकर लौटी सिद्धि ने बताया कि यह अनुभव उसे बहुत कुछ सिखा गया। मैंने हिंदी, इंग्लिश, संस्कृत में गानों और भजनों के साथ गुरबाणी का शबद कीर्तन किया है। पहली बार पंजाबी हिट सोंग्स गाने का मौका मिला। हालांकि गैर पंजाबी भाषी क्षेत्र से होने के कारण कुछ त्रुटियां आई और तीसरे राउंड में बाहर होना पड़ा, पर जजों, प्रतिभागियों और लोगों के बधाई संदेशों ने मेरे उत्साह को डबल कर दिया है।

 बॉक्स - जजों ने कहा हम खुद कई बार हुए ऑडिशन से ही बाहर 

प्रतियोगिता में जज सचिन आहूजा, बीर सिंह, सिंग्गा और अफसाना खान ने सिद्धि की प्रस्तुति को सराहते हुए कहा कि हालांकि उसने गैर पंजाबी क्षेत्र से होने के कारण गाने में कुछ गलती की पर यह बड़ी बात नहीं। वे खुद कई बार प्रतियोगिता से बाहर हुए थे। यहां तक आना और टॉप 20 में जगह बनाना ही सबसे बड़ी बात है।