ठेकेदार के घर पर विस्फोटक लगाकर उड़ाने का प्रयास करने वाले आरोपी गिरफ्तार

कोटा, राजस्थान, राहुल सिंह: ग्रामीण पुलिस को गुरूपार को बड़ी सफलता हाथ लगी हैं। मोडक़ थाना क्षेत्र में गत दिनों ठेकेदार के घर पर विस्फोटक लगाकर उड़ाने का प्रयास करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हैं। पुलिस अधीक्षक कोटा ग्रामीण शरद चैधरी ने बताया कि घर के बाहर विस्फोटक लगाने वाले आरोपियों लक्ष्मी, गणेश और बबलु को गिरफ्तार किया हैं। चौधरी ने बताया कि 15 जून को पीड़ित राजेन्द्र कुमार ने थाने में इस आशय से रिपेार्ट दी थी कि 14 जून 2021 को खाना खाकर 11 बजे के लगभग मेरेे घर पर सो रहा था। उसके घर के पूूर्व दिशा मे गोपी बैरवा का बाडा़ है। जिसमे निर्माण कार्य का सामान पड़ा रहता है। अगले दिन 15 जून 2021 को सुबह 6 बजे करीब राजेन्द्र के घर पर रमेश चन्द बैरवा ने आकर बताया की तेरे मकान की दीवार गोपी के  बाड़़े की तरफ दीवार मे कील लगाकर इलेक्ट्रोनिक डेटोनेटर व जिलेटिन लगा हुआ है। इस पर धारा 4 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 में मामला दर्ज  कर  जांच उपनिरीक्षक अमरनाथ ने जांच शुरू की।

जाग होने से छोडक़र चले गए थे

घटना की गम्भीरता को देखते हुए वृताधिकारी वृत रामगंजमंडी मंजीत सिंह के सुपरविजन मे थानाधिकारी थाना मोडक़ के निर्देशन में विशेष टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा घटनास्थल का मौका मुआयना किया गया तथा एक्सपोलजीव एक्सपर्ट की सहायता से मौके पर लगे हुए विस्फोटक डेटोनेटर व जिलेटीन व वायर को सावधानी पूर्वक हटाया जाकर जप्त किया गया। इसके बाद आस पास के लोगों से पूछताछ की गई। तो रात्रि मे फरियादी के साले बबलु व अन्य साथी को देखा गया था, जबकी वह वर्तमान मे वहां नही रह रहे थे। इस आधार पर पुछताछ की गई तो फरियादी व उसकी साली लक्ष्मी में आपसी रंजिश को लेकर ही उक्त विस्फोटक पदार्थ लक्ष्मी ने अपने  पति मुकेशए देवर गणेश व अपने दोनों भाईयों के साथ मिलकर लगाया था। जाग हो जाने से उसे लगा हुआ छोडक़र चले गये थे।

इस कारण दिया था वारदात को अंजाम

फरियादी की दो पत्नीया हैं। पहली पत्नी माया है। राजेन्द्र ठेकेदारी का काम करता है। रेखा से उसने दूसरी शादी की है। जो राजेन्द्र कुमार के पास काम करती थी। रेखा की बड़ी बहिन लक्ष्मी है। जो अब तक तीन.चार शादिया कर चुकी है। साल डेढ साल पहले बबलु व उसका साथी राजेन्द्र कुमार

के पास काम करते थे। उस समय सुअर (जानवर) चुराने का आरोप फरियादी द्वारा बबलु व उसके साथी पर लगाया था। तब से दोनों ही राजेन्द्र कुमार के पास काम नही कर रहे है। उसके बाद 3-4 महीने पहले बबलू का साथी सहरावदा की किसी लडक़ी को भगा कर ले गया था जिसमे लक्ष्मी का हाथ था। जो राजेन्द्र के पड़ोस में रहने वाली थी। उस समय भी फरियादी राजेन्द्र कुमार द्वारा उस लडक़ी के परिजनों का सहयोग किया गया था। व 2.3 दिन पहले फरियादी राजेन्द्र कुमार का उसके ससुर रमेश के साथ झगडा हुआ था। जो लक्ष्मी के पिता है। इस रजिंश का बदला लेने की नियत से घटना को अंजाम दिया गया।