सभी व्यापारियों को दुकानें खोलने की अनुमति दी जानी चाहिये - इनाम(इचलकरंजी नागरिक मंच) का सर्वदलीय सांझा बयान

कोल्हापूर, महाराष्ट्र, राजेश बांगड: भारत में कोविड.19 के प्रकोप के कारण व्यापारियोंपर कुछ पाबंदियां लगाई गई हैं।इसके अनुसार कोल्हापुर जिले के अन्य व्यापारियों ने करीब 64 दिनों तक अपनी दुकानें और कारोबार बंद रखते हुवे लॉकडाउन का समर्थन किया है। दुकान के किराये, नौकरों के वेतन और अन्य सभी करों के मामले में सबसे अधिक कर देनेवाले व्यापारीही सहिष्णु वर्ग हैं। आज तक, उन्होंने सरकार की नीति को अपनाया और उसका पालन किया है। नुकसान व्यापारियों द्वारा वहन किया गया है। सरकार सबका टीकाकरण करनेमें नाकाम रही है। सरकार ने गरीब एवं जरूरती व्यापार नाम के तहत अन्य खुदरा विक्रेताओं को दुकानें चालू रखने की अनुमति दी है। आजभी बजार में भीड़ जस की तस है, वहीं प्रशासन इस पर नियंत्रण करने में विफल रहा है। सीमित ग्राहकों वाले व्यापारियों पर प्रतिबंध के कारण भूखे रहनेकी नोबत आ गई है। अब व्यापारियों का सब्र खत्म हो गया है और व्यापारी अब से कोई भी लॉकडाउन बर्दाश्त नहीं करेंगे। 15 जून से व्यापारी मास्क, सैनिटाइजर, सोशल डिस्टस्टिंग के अनुसार नियमित रूप से अपनी दुकानें खोलेंगे। सभी की भावनाओं को सरकार तक पहुंचाने हेतू प्रांताधिकारी को सर्वपक्षीय सांझा निवेदन दिया गया। प्रांताधिकारीजी ने सबको यह आश्वासन दिया की इसपर जल्दसे जल्द कार्यवाही होने हेतू प्रयास उनकी तरफसे किया जायेगा। निवेदन देते वक्त ताराराणी पार्टी के अध्यक्ष प्रकाश दत्तवाडे, बालासाहेब कलागते, अहमद मुजावर, शिवसेना के विजय जोशी, शीतल मगदुम, एनसीपी के प्रसाद अनुरकर, अभिजीत रवंदे, भारतीय जनता पार्टी के विनोद कांकानी, सुनील मूंदड़ा, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के रवि गोंदकर, प्रताप पाटिल, स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के विद्यासागर चराटे, प्रिंटिंग एसोसिएशन के महादेव शिंदे, संजय आगलावे, नरेंद्र हरवंदे, पांडुरंग मेटे और इचलकरंजी नागरिक मंच के अध्यक्ष अभिजीत पटवा, अप्पासाहेब पाटिल, जतिन पोतदार, राजू कोन्नूर, अमित बियाणी, अमित पटवा, सचिन खामकर, बालू भंडारी उपस्थित थे।