बीकानेर, राजस्थान, सज्जन सिंह चारण: बीकानेर जिले का गौवंश खतरे में है जिसका मुख्य कारण पशु चिकित्सक स्वयं है कोई दूसरा नहीं उनके द्वारा बड़े स्तर पर गड़बड़झाला किया जा रहा है पशुपालन विभाग राजस्थान सरकार के दिशा निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं कोई भी चिकित्सक मुख्यालय पर नहीं रहता तथा भोजन अवकाश के बाद अस्पताल से गायब हो जाते है या अपने निजी आवास बीकानेर चले जाते हैं जबकि इनके द्वारा विभाग के संयुक्त निदेशक द्वारा आवासीय भत्ता लेने की जानकारी आरटीआई का हवाला देकर मांगी गई और आवास का पता पूछा गया तो चिकित्सकों के द्वारा गलत जानकारी सादे कागज में शपथ पत्र के स्थान पर दी गई जो कि गलत है जबकि होना यह चाहिए कि जो चिकित्सक जिस अस्पताल में तैनात है वहां पर मुख्यालय पर रहने के लिए आवास की सूचना आवासीय भत्ता पाने के लिए स्टांप पेपर पर शपथ पत्र देना होता है जो एक भी चिकित्सक के द्वारा नहीं दिया गया है स्टांप की जगह सादे कागज पर फर्जी व तथ्यहींन जानकारी संयुक्त निदेशक महोदय, पशुपालन विभाग बीकानेर को दी गई है जो कि विधि विरुद्ध तरीके से पदस्थापन से लेकर आज तक फर्जी वह आधारहीन तरीके से मुख्यालय पर नहीं रहते हुए बगैर आवास किए आवासीय भत्ता प्राप्त कर रहे हैं राजस्थान सरकार पशुपालन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से इस कार्य को अंजाम दिया जा रहा है ऐसे में जिला कलेक्टर महोदय की अध्यक्षता में उच्च अधिकारियों की कमेटी गठित कर जांच कर दोषी पशु चिकित्सकों के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जानी अति आवश्यक है।