
इस्लामाबाद, एजेंसी : पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) 2025 में 43 वर्षीय शोएब मलिक की भागीदारी ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। क्वेटा ग्लैडिएटर्स की ओर से खेल रहे मलिक को लेकर पूर्व खिलाड़ियों और प्रशंसकों के बीच तीखी बहस छिड़ गई है। उनकी उम्र और हालिया फॉर्म को देखते हुए सवाल उठने लगे हैं कि क्या अब समय आ गया है कि वह मैदान से संन्यास लें और युवाओं के लिए जगह छोड़ें।
शोएब मलिक के पूर्व साथी और पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज़ मोहम्मद यूसुफ ने सबसे सख्त प्रतिक्रिया दी। Samaa TV पर बातचीत में यूसुफ ने कहा:
“PCB को यह तय करना होगा कि कौन खेल सकता है और कौन नहीं। अगर आप मुझसे भी कहेंगे, तो मैं भी खेलने आ जाऊंगा। अब एक सीमा तय करने की जरूरत है।”
यूसुफ ने “कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट” यानी हितों के टकराव का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने याद दिलाया कि मलिक पिछले साल स्टैलियन्स टीम के मेंटर के रूप में काम कर चुके हैं और अब एक खिलाड़ी के रूप में PSL में खेल रहे हैं।
“उन्हें तय करना चाहिए कि वह मेंटर हैं या खिलाड़ी। दोनों भूमिकाएं एक साथ निभाना सही नहीं है।”
पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने एक मध्यम मार्ग अपनाते हुए कहा कि शोएब मलिक को खेलने का अधिकार है, लेकिन साथ ही यह भी जरूरी है कि वह युवाओं को मौका दें।
“मैंने हाल ही में उन्हें मोइन खान अकादमी में देखा था, वे ट्रेनिंग करके लौट रहे थे। उन्होंने मेहनत की है, लेकिन उन्हें कुछ मैचों में ब्रेक लेना चाहिए ताकि जो युवा खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करके PSL में आए हैं, उन्हें मौका मिल सके।”
PSL 2025 में अब तक शोएब मलिक का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। उन्होंने दो मैचों में केवल 14 रन बनाए हैं और कोई विकेट नहीं लिया है। इस खराब फॉर्म ने आलोचकों को और मजबूती दी है जो कह रहे हैं कि अब मलिक को किरदार बदलने पर विचार करना चाहिए।
इस विवाद के चलते अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) पर भी दबाव बढ़ता जा रहा है कि वह खिलाड़ियों की अधिकतम उम्र सीमा या प्रदर्शन आधारित चयन नीति पर विचार करे। वरना यह आरोप लगते रहेंगे कि PSL में “बड़े नाम” युवाओं का हक छीन रहे हैं।