
रिपोर्टर प्रभुदयाल शर्मा नदबई-क्षेत्र में हीटबेव का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। सुबह 9 बजे से ही गर्म हवाएं (लू) चलना शुरू हो जाती हैं, जो देर शाम 7 बजे तक लोगों को परेशान कर रही हैं। शहर की सड़कें मानो धधक रही हों, जिन पर चलना भी किसी सजा से कम नहीं हैं। गर्मी की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दोपहर के समय नदबई बाजारों में सन्नाटा पसर जाता है। हालात ऐसे हो जाते हैं मानो किसी प्रकार का कर्फ्यू लगा हो। बात करें तापमान की तो बुधवार को नदबई में दिन का अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। लगातार बढ़ते तापमान को देखते हुए मौसम विभाग ने भरतपुर जिले के लिए हीटवेव का येलो अलर्ट जारी कर दिया है। इसके बावजूद प्रशासन की तैयारियों की पोल तब खुल गई जब डहरा रोड़ स्थित अस्थाई बस स्टैंड पर छाया और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव नजर आया। वहां यात्री तपती धूप में छांव की तलाश में भटकते देखे गए। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि अस्थाई बस स्टैंड पर छायादार टीन शेड, पेयजल व्यवस्था और प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा तत्काल मुहैया कराई जाए। शहर के मुख्य बाजारों की बात करें तो लोग अब बेहद आवश्यक कामों के लिए ही घर से बाहर निकल रहे हैं। गर्मी से बचने के लिए लोग स्वाफी, टोपी और सनग्लासेस का सहारा ले रहे हैं। वहीं कई दुकानदारों ने तो दोपहर के समय अपनी दुकानें बंद रखना ही बेहतर समझा है। गर्मी का असर खासतौर पर बुजुर्गों, बच्चों और मजदूर वर्ग पर अधिक देखने को मिल रहा है। चिकित्सकों ने इस मौसम में अधिक से अधिक पानी पीने, हल्का भोजन करने और सीधे धूप में बाहर न निकलने की सलाह दी है।