
वॉशिंगटन, एजेंसीः अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते टैरिफ विवाद के बीच चीन ने रविवार को एक नया अंतरराष्ट्रीय व्यापार वार्ताकार नियुक्त किया है, ताकि बदलते व्यापार समीकरणों से प्रभावी तरीके से निपटा जा सके।
अमेरिका के वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लटनिक ने रविवार को कहा कि उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स पर जो टैरिफ छूट दी गई थी, वह अस्थायी है और जल्द ही इन पर नए शुल्क लगाए जाएंगे।
इस पर चीन की प्रतिक्रिया सामने आई, जिसमें उसने अमेरिका की इस छूट को “एक छोटा कदम” करार दिया और संकेत दिया कि इससे ज्यादा महत्वपूर्ण फैसलों की जरूरत है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को अपने टैरिफ नीति का बचाव करते हुए कहा कि “यह काफी अच्छा काम कर रही है”, हालांकि उसी दिन चीन ने अमेरिकी सामानों पर टैरिफ बढ़ाकर 125% तक कर दिए, जिससे व्यापार युद्ध और तेज हो गया।
चीन के इस कदम ने वैश्विक वित्तीय बाजारों में उथल-पुथल मचा दी, अमेरिकी सरकारी बॉन्ड में तेज बिकवाली हुई, डॉलर कमजोर हुआ, और शेयर बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया।
बीजिंग के इन ताजा जवाबी कदमों ने निवेशकों की चिंता को और गहरा कर दिया, जो पहले ही ट्रंप द्वारा पिछले सप्ताह कई अमेरिकी व्यापार साझेदारों पर अचानक लगाए गए व्यापक टैरिफ से चिंतित थे।