
वॉशिंगटन, एजेंसी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए नए और व्यापक आयात शुल्क (टैरिफ्स) ने अमेरिका के वित्तीय बाजारों में अभूतपूर्व हलचल मचा दी है। S&P 500 इंडेक्स के सभी सेक्टरों में भारी गिरावट दर्ज की गई है, बांड बाजार चरम अस्थिरता से जूझ रहा है और डॉलर की कीमतों में भी तेज गिरावट आई है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, हालात इतने गंभीर हो चुके हैं कि व्हाइट हाउस को कुछ टैरिफ्स को आंशिक रूप से निलंबित करने पर मजबूर होना पड़ा है। इसके बावजूद, आर्थिक विशेषज्ञ और बाजार विश्लेषक निकटवर्ती वैश्विक मंदी की आशंका जता रहे हैं।
Cboe Volatility Index (VIX) जिसे आमतौर पर “वॉल स्ट्रीट का डर सूचकांक” कहा जाता है, वह मार्च 2020 — यानी कोविड-19 संकट के चरम समय — के बाद अपने सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया है।
इसका सीधा मतलब है कि निवेशक और व्यापारी आगामी दिनों में बाजारों में बड़ी कीमतों की उथल-पुथल के लिए तैयार हैं। व्यापार युद्ध, आर्थिक मंदी के संकेत, और फेडरल रिजर्व की नीति में संभावित बदलाव बाजार की दिशा को लेकर अत्यधिक अनिश्चितता पैदा कर रहे हैं।
राष्ट्रपति ट्रंप की आक्रामक व्यापार नीति को लेकर अब न केवल घरेलू स्तर पर बल्कि वैश्विक मंच पर भी तीव्र आलोचना हो रही है। अमेरिका की बड़ी कंपनियों के CEO, निवेशक समूह और अंतरराष्ट्रीय सहयोगी देश व्हाइट हाउस पर दबाव बना रहे हैं कि वह इस नीति पर पुनर्विचार करें।
टैरिफ्स की वजह से:
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उद्योग जगत को आपूर्ति श्रृंखला की समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं
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मूल्य वृद्धि के कारण उपभोक्ताओं पर बोझ बढ़ रहा है
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निर्यात पर असर और व्यापार संतुलन बिगड़ रहा है
एक वरिष्ठ अर्थशास्त्री ने कहा:
“यह कदम अमेरिका को व्यापारिक दृष्टि से अलग-थलग कर सकता है और मंदी की ओर धकेल सकता है।”
मंदी की चेतावनी संकेत
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शेयर बाजार में ट्रिलियन डॉलर की पूंजी प्रतिदिन डोल रही है
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बॉन्ड यील्ड इनवर्जन, जो कि मंदी का एक ऐतिहासिक संकेत है, फिर से उभरने लगा है
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उपभोक्ता विश्वास सूचकांक में तेज गिरावट
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यदि ट्रंप प्रशासन ने जल्द ही दिशा नहीं बदली, तो अमेरिकी अर्थव्यवस्था 2025 के अंत तक एक गंभीर मंदी में प्रवेश कर सकती है।
बढ़ते विरोध और बाजार की प्रतिक्रिया के बीच, व्हाइट हाउस ने कुछ टैरिफों को “आंशिक रूप से निलंबित” करने की घोषणा की है। हालांकि, राष्ट्रपति ट्रंप ने सार्वजनिक रूप से अभी तक अपनी नीति को सही ठहराते हुए कहा:
“हम अमेरिका की रक्षा कर रहे हैं। टैरिफ्स हमारे उद्योगों को मजबूत बनाएंगे।”
इस समय अमेरिकी वित्तीय प्रणाली एक तीव्र संकट और अनिश्चितता के दौर से गुजर रही है। टैरिफ नीति के चलते पैदा हुए उथल-पुथल के कारण न केवल घरेलू बाजार बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हो रही है।