स्लग---- नेपाल में प्रसिद्ध प्राचीन वराह क्षेत्र मे नित लाखों श्रद्धालुओं का महाकुंभ धाम मे पहुंचने का सिलसिला है जारी..।

 बिहार/ झारखंड।   स्लग---- नेपाल में  प्रसिद्ध प्राचीन वराह क्षेत्र मे नित लाखों श्रद्धालुओं का महाकुंभ धाम मे पहुंचने का सिलसिला है जारी..।   नेपाल से लौटकर वरीय जर्नलिस्ट पवन कुमार झा आजाद की विशेष खोजी रिपोर्ट।       न्यूज:   हिंदुस्तान के पड़ोसी परम मित्र राष्ट्र नेपाल मे भी आजकल 14 वर्षो के उपरांत प्रसिद्ध प्राचीन वराह क्षेत्र मे आहूत महाकुंभ स्नान और दर्शनार्थ नित लाखों-लाख श्रद्धालुओ का पहुंचना लगातार जारी है। आप भी भारत--- नेपाल की सीमा को लांघकर  सुनसरी जिले की हरिपुर पंचायत/ भंटाबारी बाजार से 70 किलोमीटर दूरी तय कर महाकुंभ स्नान व दर्शनार्थ जा सकते हैं। इस दौरान पुलिस और नेपाल सरकार के प्रशासन का एक बड़ा महकमा सुरक्षा से लेकर जनसेवा, श्रद्धालुओ की महती सेवा मे सक्रिय देखी जा रही है। यहां पहुंचकर कोसी नदी मे स्नान आदि के बाद भक्त, श्रद्धालुगण मंदिरों मे पूजा अर्चना, दर्शन कर रहे हैं  ।जिससे इन दिनों नेपाल के कयी आसपास के जिलो मे धार्मिक, भक्तिमय वातावरण बना हुआ है। हिंदुस्तान से भी काफ़ी संख्या मे लोग महाकुंभ मे स्नान/ दर्शनार्थ आदि के लिए पहुंचते हैं। इस क्रम मे रामधुनि वन भी पहुंच रहे हैं।ऐसी मान्यता है कि इसी वन मे रामायण कालखंड मे वाल्मीकि जी का आश्रम था। जिसमे सीता, वैदेही माता ने शरण ली। और उसके आश्रम मे समय अपना व्यतीत किया था। जिसमें दो विशिष्ट पुत्र रत्नों लव और कुश की प्राप्ति हुई। इस आस्था के धाम रामधुनि वन मे सौभाग्यवश श्रद्धालुगण पहुंचते रहते हैं।