ललितपुर, राजस्थान/नगर संवाददाताः ललितपुर में अल्प प्रवास के दौरान शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने ऐसा बयान दिया है जिससे यूपी में सियासी भूचाल आ सकता. उन्होंने मथुराकांड को शासन की विफलता करार दिया. साथ ही पीएम मोदी के निर्मल भारत अभियान व स्वच्छ भारत अभियान पर भी कटाक्ष कर डाला. उन्होंने कहा कि पानी संकट को गभीरता से नहीं लिया जा रहा है. शंकराचार्य ने मथुरा में हुई घटना का ठीकरा अखिलेश सरकार के सिर फोड़ा. उन्होंने कहा कि जातिवाद के चलते हुई है यह घटना. साथ ही यह भी कहा कि यादव वहां अवैध कब्जा करने वाला था, शासन भी यादवों का है. शंकराचार्य़ ने कहा कि इसी के चलते निर्दोष लोग मारे गये. इसके साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी स्कूलों और कालेजों में भगवान राम और कृष्ण के चित्र लगाने पर जोर दिया जाए. जहां एक मुसलमान मदरसों में इस्लाम की शिक्षा दे सकता है, ईसाई मिशनरी स्कूलों में बाइबिल की शिक्षा दे सकता है. लेकिन, हमारे बच्चे धर्म की शिक्षा के लिये कहां जाएं उन्होंने मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि दो साल पूरे होने पर विकास के नाम पर मोदी सरकार सिर्फ शौचालयों का निर्माण करा रही है. आम जनता की आवश्यकता है शुद्ध भोजन और शुद्ध पानी, जो सरकार गरीब जनता को नहीं दे पा रही है. स्वरूपानंद के इन बयानों के अहम मायने निकाले जा रहे हैं.